नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून को योग दिवस समारोह में कम उपस्थिति का हवाला देते हुए भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) ने बिना पूर्व सूचना के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए कर्मचारियों का इस महीने का वेतन रोकने संबंधी चेतावनी जारी की थी, लेकिन कुछ ही घंटे बाद आदेश को वापस ले लिया गया।
डब्ल्यूआईआई के निदेशक वीरेंद्र तिवारी ने हालांकि ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि प्रशासन ने कर्मचारियों को एक नियमित ई-मेल भेजा था। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी कोई कार्रवाई प्रस्तावित नहीं है।’’
देहरादून स्थित संस्थान के प्रशासन ने एक आंतरिक ईमेल में 21 जून के कार्यक्रम में ‘‘कम उपस्थिति’’ पर चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि डब्ल्यूआईआई द्वारा बार-बार नोटिस जारी करने और पर्यावरण मंत्रालय से सूचना मिलने के बावजूद कर्मचारियों की उपस्थिति कम रही।
सोमवार को सभी कर्मचारियों को भेजे गए ईमेल में कहा गया, ‘‘कृपया ध्यान दें कि डब्ल्यूआईआई 600 से अधिक कर्मचारियों (शोधकर्ताओं सहित) को मासिक वेतन/पारिश्रमिक का समय पर वितरण सुनिश्चित करता है, जबकि इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यक्रम में करीब 75 व्यक्तियों ने ही भाग लिया।’’
ईमेल में कहा गया है, ‘‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने वाले सभी लोगों को अपनी अनुपस्थिति के लिए लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करना आवश्यक है।’’
प्रशासन ने स्थायी और संविदा कर्मचारियों को अपने रिपोर्टिंग अधिकारी या उप रजिस्ट्रार को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
सूचना के अनुसार, वित्त अधिकारी को उपस्थिति रिकॉर्ड, दौरे का विवरण या वैध लिखित स्पष्टीकरण प्राप्त होने और सत्यापित होने तक ‘‘जून 2025 का वेतन जारी करने से रोकने’’ का निर्देश दिया जाता है।
बाद में अपराह्न करीब एक बजकर 55 मिनट पर भेजे एक अन्य ईमेल में प्रशासन ने कर्मचारियों को सूचित किया कि सूचना वापस ली जाती है।
डब्ल्यूआईआई के एक कर्मचारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि प्रशासन ने योग दिवस समारोह में हर किसी की भागीदारी को अनिवार्य नहीं किया था और यह पहली बार है जब इस तरह का निर्देश जारी किया गया है। इससे हर कोई ‘‘हैरान’’ हैं।
कर्मचारी ने कहा, ‘‘यह कुछ ज्यादा ही हो गया।’’ कर्मचारी ने यह भी पुष्टि की कि उन्हें एक और ईमेल मिला है जिसमें पूर्व की सूचना को वापस लेने की बात कही गई है।
हर साल 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को सरकार राष्ट्रव्यापी आरोग्य पहल के रूप में बढ़ावा देती है।
केंद्र सरकार के कर्मचारियों को नियमित रूप से उत्सव में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, हालांकि यह भागीदारी आमतौर पर स्वैच्छिक रहती है।
भाषा सुरभि नरेश
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