मुंबई, 14 सितंबर (भाषा) कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को सवाल किया कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ जालना क्यों नहीं गए और मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे से क्यों नहीं मिले।
मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर 29 अगस्त से भूख हड़ताल कर रहे जरांगे ने शिंदे द्वारा एक गिलास जूस पिलाने के साथ सुबह करीब सवा 11 बजे अपना आंदोलन खत्म कर दिया।
शिंदे पूर्वाह्न लगभग पौने 11 बजे अपने कुछ मंत्रियों के साथ जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव पहुंचे और जरांगे से मुलाकात करके मराठा समुदाय को आरक्षण प्रदान करने का आश्वासन किया।
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लोंढे ने पूछा कि क्या फडणवीस, मुख्यमंत्री शिंदे द्वारा जरांगे से किए गए वादे का समर्थन करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि जरांगे ने मुख्यमंत्री शिंदे के वादों पर यकीन करके अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी है।
लोंढे ने पूछा, ‘‘जब मुख्यमंत्री उनसे मिलने जाते हैं तो इसका मतलब है कि पूरी सरकार वहां है। लेकिन सवाल यह है कि सत्तारूढ़ गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के नेता एवं उपमुख्यमंत्री फडणवीस, शिंदे के साथ क्यों नहीं किए।’’
उन्होंने कहा कि जब शिंदे भूख हड़ताल खत्म करने के लिए जरांगे को मनाने जालना गए तो उसी समय विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कुछ विधायकों के खिलाफ अयोग्यता मामले की सुनवाई शुरू की।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस सुनवाई के बाद अगर शिंदे समेत शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराया जाता है तो महत्वपूर्ण सवाल यह है कि क्या वह मुख्यमंत्री रह पाएंगे।
लोंढे ने कहा, ‘‘ऐसी स्थिति में अगर एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद गंवा देते हैं तो भाजपा को पीछे नहीं हटना चाहिए और यह नहीं कहना चाहिए कि यह पूर्ववर्ती सरकार का फैसला था।’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार में भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार धड़ा) शामिल हैं और जब मुख्यमंत्री जरांगे से मिलने जाते हैं तो फडणवीस साथ नहीं जाते।
लोंढे ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस को आश्वासन देना चाहिए कि भाजपा जरांगे से एकनाथ शिंदे द्वारा किए वादे के साथ खड़ी रहेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अन्य पिछड़ा वर्ग को मिले आरक्षण पर कोई असर पड़े बिना मराठा समुदाय को आरक्षण मुहैया कराने के पक्ष में है।
भाषा गोला अविनाश
अविनाश
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