scorecardresearch
गुरूवार, 22 मई, 2025
होमदेशजतिन मेहता को कौन बचा रहा, उसके खिलाफ जांच क्यों नहीं की जा रही: कांग्रेस

जतिन मेहता को कौन बचा रहा, उसके खिलाफ जांच क्यों नहीं की जा रही: कांग्रेस

Text Size:

नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस ने बैंक धोखाधड़ी के आरोपी कारोबारी जतिन मेहता से जुड़े मामले को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि मेहता के खिलाफ जांच क्यों नहीं हो रही है और उसे कौन बचा रहा है।

पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया कि अडाणी परिवार के रिश्तेदार जतिन मेहता ने 2016 में भारत की नागरिकता त्याग दी थी और इतने वर्षों के बाद भी केंद्र सरकार ने उसके खिलाफ अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

अमेरिकी संस्था ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की कुछ सप्ताह पहले आई एक रिपोर्ट में अडाणी समूह पर वित्तीय अनियमितता बरतने के आरोप लगाए गए थे और इसके बाद से कांग्रेस इस कारोबारी समूह पर लगातार हमले कर रही है। हालांकि, अडाणी समूह ने सभी आरोपों को निराधार बताया था।

सुप्रिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ जतिन मेहता की तीन कंपनियों- ‘विनसम डायमंड्स एंड ज्वैलरी लिमिटेड’, ‘फॉरएवर प्रेशियस ज्वैलरी एंड डायमंड्स लिमिटेड’ तथा ‘सु-राज डायमंड्स’ ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) सहित भारत के अन्य सरकारी बैंकों को 6,712 करोड़ रुपये का चूना लगाया। इसके बाद, वह मेहुल चोकसी और नीरव मोदी जैसे बाक़ी भगोड़ों की तरह भाग गया।’’

सुप्रिया ने कहा, ‘‘जतिन मेहता और उनकी पत्नी ने 2 जून, 2016 को भारतीय नागरिकता त्याग दी तथा कैरेबियाई देश सेंट किट्स और नेविस के नागरिक के रूप में बस गए। इस देश के साथ भारत की कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है। फिलहाल, ब्रिटेन में अंतराष्ट्रीय बैंकों द्वारा जतिन मेहता पर मुकदमा चलाया जा रहा है, जिसका भारतीय जांच एजेंसी और क़ानून प्रणाली से कोई लेना-देना नहीं है।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘जतिन मेहता और मॉन्टेरोसा नाम की कंपनियों के एक समूह के बीच में भी संबंध है। खबरों के अनुसार, मॉन्टेरोसा समूह के पास मॉरीशस स्थित कुछ शेल (फर्जी) कंपनियों का मालिकाना हक है। ये वही शेल कंपनियां हैं, जिन्होंने अडाणी समूह में भारी निवेश किया है। ये निवेश हाल के महीनों में गहन जांच के दायरे में आए हैं। सवाल है कि ये 20,000 करोड़ किसके हैं?’’

कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया, ‘‘जतिन मेहता को कौन बचा रहा है? क्या राज़ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परम मित्र-अडाणी के समधी जतिन मेहता का कोई बाल भी बांका नहीं कर पाया? क्या कारण है कि जब जतिन मेहता और उनकी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात आती है तो (नरेंद्र) मोदी सरकार सभी अधिकारियों सहित सोई हुई पाई जाती है?’’

भाषा हक हक सुभाष

सुभाष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments