गुवाहाटी, 30 अप्रैल (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बुधवार को कहा कि जब जब पाकिस्तान ने ‘भारत की एकता और अखंडता को चुनौती देने’ का दुस्साहस किया, तब तब भारतीय सैनिकों ने बहादुरी के साथ इसका मुकाबला किया, दुश्मन को हराया तथा देश का मान बनाए रखा।
उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू कश्मीर के चार जिलों में कई सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की, जिसके बाद भारतीय बलों ने ‘‘इसका माकूल जवाब’’ दिया।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हालिया आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के साथ पड़ोसी देश ने लगातार छठी रात एलओसी पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।
मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारत-पाकिस्तान युद्ध: भारतीय वीरता और साहस की विरासत – स्वतंत्रता के बाद से, भारत के बहादुर सशस्त्र बल ने बार-बार पाकिस्तानी आक्रमण का डटकर मुकाबला करते हुए हमारे देश की संप्रभुता की रक्षा की है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब जब पाकिस्तान ने ‘भारत की एकता और अखंडता को चुनौती देने’ का दुस्साहस किया, तब तब भारतीय सैनिकों ने बहादुरी के साथ इसका मुकाबला किया, दुश्मन को हराया तथा देश का मान बनाए रखा।’’
शर्मा ने दोनों देशों के बीच लड़े गए चार युद्धों – 1947 से 1949 का भारत-पाक युद्ध, 1965 का युद्ध, 1971 का युद्ध जिसके कारण बांग्लादेश का निर्माण हुआ और 1999 के करगिल युद्ध पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, ‘‘हर भारत-पाक संघर्ष एक स्थायी सत्य को रेखांकित करता है: जब भी भारत को आक्रमण का सामना करना पड़ा, हमारे सैनिक निडर, अपराजित और अपने संकल्प में अडिग रहे।’’
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि साहस और बलिदान की यह विरासत हर भारतीय नागरिक को प्रेरित करती है।
शर्मा ने कहा, ‘‘हमारे सशस्त्र बल सतर्क रहते हैं और हर परिस्थिति में भारत की संप्रभुता और गौरव की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। जय हिंद।’’
असम के मुख्यमंत्री 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद से सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के खिलाफ पोस्ट कर रहे हैं। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे।
भाषा सुरभि मनीषा
मनीषा
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