रामबन (जम्मू-कश्मीर), तीन मई (भाषा) केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने शनिवार को कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पाकिस्तान के संबंध में जो भी फैसला करेंगे, वह राष्ट्रीय हित में होगा।
सिंह ने हाल ही में बादल फटने की घटना के बाद स्थिति की समीक्षा के लिए यहां आयोजित बैठक की अध्यक्षता करने के बाद संवाददाताओं से यह बात कही। बादल फटने की घटना में तीन लोगों की मौत हो गई थी और जिले में भारी नुकसान हुआ था।
उन्होंने प्राकृतिक आपदा के पीड़ितों के समुचित पुनर्वास का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री जो भी फैसला लेंगे, वह लोगों के कल्याण और राष्ट्रीय हित में होगा। उनके और गृह मंत्री (अमित शाह) के पास ऐसी जानकारियां हैं जो हमारे पास उपलब्ध नहीं हैं।’’
सिंह ने केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में तत्काल प्रभाव से पाकिस्तान से सभी वस्तुओं के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात पर प्रतिबंध लगाने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए यह बात कही।
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें अटारी भूमि-पारगमन चौकी को तत्काल बंद करना भी शामिल था। भारत ने पाकिस्तानी सैन्य अताशे को निष्कासित करने की भी घोषणा की और 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया।
सिंह ने कहा कि शाहपुर-कंडी बांध का काम दो से तीन महीने में पूरा होने की उम्मीद है, जिससे जम्मू-कश्मीर और पंजाब के सीमावर्ती जिलों को लाभ होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘रावी नदी पर बनने वाली इस परियोजना का काम काफी समय से रुका हुआ था। अब यह काम अपने अंतिम चरण में है और दो से तीन महीने में पूरा हो जाएगा।’’
सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के साथ शहरी इलाकों में रहने वाले लोगों के समान व्यवहार किया जाना चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की हत्या किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।
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