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गुरूवार, 8 मई, 2025
होमदेशBJP सांसद प्रवेश वर्मा ने कचरे के ढेर की जो तस्वीर शेयर की वो असली है, लेकिन ये मोहल्ला क्लीनिक नहीं

BJP सांसद प्रवेश वर्मा ने कचरे के ढेर की जो तस्वीर शेयर की वो असली है, लेकिन ये मोहल्ला क्लीनिक नहीं

पश्चिमी दिल्ली MP प्रवेश वर्मा ने कुछ अन्य लोगों के साथ एक साइनबोर्ड और कचरे के ढेर का एक फोटो पोस्ट किया और उसे AAP का एक मौहल्ला क्लीनिक बताया, जो वायरल हो गया. असली क्लीनिक वहां से 50 मीटर दूर है.

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नई दिल्ली: अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार के एक ‘आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक’ के साइनबोर्ड के नीचे पड़े कचरे के ढेर की एक तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर शेयर होरही है.

पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सांसद और बीजेपी के सदस्य प्रवेश वर्मा ने बृहस्पतिवार को वो तस्वीर ट्विटर पर इस संदेश के साथ शेयर की: ‘केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में 1,000 मोहल्ला क्लीनिक्स बनवाए हैं, ये उनमें से एक है’. उसके बाद से वर्मा की पोस्ट को 1,800 बार रीट्वीट किया गया है, और 6,200 बार ‘लाइक’ किया गया है.

आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने 2015 में राष्ट्रीय राजधानी में मोहल्ला क्लीनिक्स या कम्यूनिटी क्लीनिक्स शुरू किए थे, जिनका उद्देश्य ‘शहरी बस्तियों की वंचित आबादी को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं’ उपलब्ध कराना था.

वर्मा के अलावा झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने भी बुधवार को इसी तस्वीर को साझा किया था जिसमें उन्होंने कहा था: ‘ये केजरीवाल की आम आदमी पार्टी-शासित दिल्ली का एक मोहल्ला क्लीनिक है’.

दूबे के ट्वीट को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद और बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने रीट्वीट किया और टिप्पणी की: ‘ये है आप सरकार की ज़मीनी सच्चाई…कि वो जो दावे करते हैं, वो केवल विज्ञापनों में होते हैं’.

लेकिन, वर्मा और दूबे के दावे, अगर उन्हें वस्तुतः लिया जाए, तो सही नहीं हैं.

तथ्यों की जांच

तस्वीर में साइनबोर्ड पर लिखा है ‘आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक, नीति विहार, किराड़ी, दिल्ली-110086’.

इसमें कोई शक नहीं कि तस्वीर असली है, गंदगी असली है, साइनबोर्ड असली है, लेकिन दरअसल ये वो जगह नहीं है जहां पर उपरोक्त क्लीनिक मौजूद है.

शनिवार को दिल्ली सरकार में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) शालीन मित्रा ने, जिनके ट्विटर बायो में लिखा है कि वो राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के अंतर्गत ‘मोहल्ला क्लीनिक्स बना रहे हैं’, वर्मा के ट्वीट के जवाब में उस इलाक़े का एक वीडियो पोस्ट किया जहां से वो तस्वीर ली गई थी.

वीडियो में किराड़ी इलाके के अमन विहार पार्षद रविंदर भारद्वाज वो विवादित साइनबोर्ड दिखाते हैं, और फिर वीडियो शूट कर रहे व्यक्ति के आगे आगे उस जगह से गुज़रते हुए असली मोहल्ला क्लीनिक तक पहुंच जाते हैं.

क्लिप में भारद्वाज कहते हैं कि क्लीनिक साइनबोर्ड से क़रीब 50 मीटर की दूरी पर है. वो ये भी कहते हैं कि साइनबोर्ड वहां पर इसलिए लगाया गया था, ताकि लोग मोहल्ला क्लीनिक तक पहुंच सकें.

A Google Earth image of the signboard and the mohalla clinic in Kirari
किराड़ी में मोहल्ला क्लीनिक के साइनबोर्ड की गूगल अर्थ इमेज.

दिप्रिंट ने उस जगह को जियो-लोकेट करने की भी कोशिश की. वीडियो में पृष्ठभूमि में कुछ पानी की टंकियां और थोड़ा पश्चिम की ओर एक ग्रे बिल्डिंग नज़र आई. गूगल अर्थ के ज़रिए पता चला कि मोहल्ला क्लीनिक बिल्डिंग किराड़ी के नीति विहार में दिल्ली जल बोर्ड के एक जलाशय से सटी हुई है, जो उत्तर पश्चिमी दिल्ली में आता है.

दिप्रिंट ने फोन और टेक्स्ट के ज़रिए सांसद प्रवेश वर्मा से इस मामले पर एक टिप्पणी लेनी चाही, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. उनका जवाब हासिल होने पर इस रिपोर्ट को अपडेट कर दिया जाएगा.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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