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Friday, 3 May, 2024
होमदेश'हालात काफी खराब थे'– हिंसा के बाद बंगाल के रिसड़ा की डरावनी तस्वीर बयां करती बंद दुकानें और खाली घर

‘हालात काफी खराब थे’– हिंसा के बाद बंगाल के रिसड़ा की डरावनी तस्वीर बयां करती बंद दुकानें और खाली घर

रामनवमी के जुलूस पर कथित रूप से पथराव किए जाने के बाद रिशरा में रेलवे गेट नंबर 4 के आसपास के इलाके में सोमवार रात लगभग 8 बजे हिंसा की कई घटनाएं सामने आईं.

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रिसड़ा: पश्चिम बंगाल के हुगली में रिसड़ा की गलियों में कदम रखते ही जबरन बंद की गई दुकानों की कतारें नजर आने लगती हैं. भाजपा के नेतृत्व वाले रामनवमी के जुलूसों के दौरान हिंदुओं और मुसलमानों के दो गुटों के बीच भड़की हिंसा यहां मंगलवार तड़के तक जारी रही.

किसी नई अप्रिय घटना के डर से मंगलवार तक बड़ी संख्या में लोग अपने घरों को छोड़कर रिश्तेदारों के घरों में पनाह लेने के लिए चले गए.

रामनवमी के जुलूस पर कथित रूप से पथराव किए जाने के बाद रिसड़ा में रेलवे गेट नंबर 4 के आसपास के इलाके में सोमवार रात लगभग 8 बजे हिंसा की कई घटनाएं सामने आईं. इस जुलूस में भाजपा उपाध्यक्ष दिलीप घोष और पुरसुराह विधायक बिमन घोष शामिल थे.

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हिंसा मंगलवार सुबह तीन बजे तक जारी रही.

इलाके में रहने वाले मोहम्मद फिरोज अली ने कहा. ‘रेलवे फाटक के पार से कांच की बोतलें, कच्चे बम और ईंटें फेंकी गईं. हम पुलिस की वजह से ही आज जिंदा हैं. वे ढाल की तरह खड़े रहे और हमारी रक्षा की, वरना हम तो मर गए होते.’

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Railway Gate No. 4 in Rishra | Sreyashi Dey | ThePrint
रिसड़ा में रेलवे गेट नंबर 4 | श्रेयशी डे | दिप्रिंट

नवल किशोर महतो ने दिप्रिंट को बताया कि हिंसा भड़कने के बाद वह अपने परिवार के साथ छत पर इकट्ठा हो गए थे. उन्होंने याद करते हुए दिप्रिंट को बताया, ‘मैं डर गया था. मेरे साथ औरतें और बच्चे थे. उनकी सुरक्षा मेरी प्राथमिकता थी. मैं उन्हें छत पर ले गया और उन्हें बचाने की कोशिश की. हालात काफी खराब थे. छत से हमने देखा कि पुलिस पर कांच और देसी बमों से हमला किया जा रहा है.

एक अन्य निवासी अमरनाथ दास ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ सोमवार रात करीब 10.30 बजे घर लौट रहे थे. तभी अचानक फिर से एक हमला हुआ. रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवानों ने उन्हें बचाया था.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए 50 लोगों में से 16 को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. जबकि 30 को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि बाकी चार को चार दिन की पुलिस हिरासत में रखा गया है.

रिसड़ा में मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए चंदननगर पुलिस आयुक्तालय के आयुक्त अमित जावलगी ने कहा, ‘हमने शांति बनाए रखने के लिए सभी जरूरी उपाय किए हैं. हमने गड़बड़ी करने वालों की पहचान भी शुरू कर दी है. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.’

30 मार्च को हावड़ा के शिबपुर में हिंदुओं और मुसलमानों के समूहों के बीच संघर्ष से पहले रिसड़ा में हिंसा हुई थी. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सोमवार को राज्य सरकार को रामनवमी के जुलूस के दौरान और उसके बाद शिबपुर में हुई हिंसा पर एक व्यापक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया.

उधर हिंसा को लेकर बीजेपी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के बीच वाक युद्ध छिड़ा हुआ है.


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भाड़े के गुंडे लेकर आई है बीजेपी: ममता

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस स्थिति का जायजा लेने के लिए मंगलवार को रिसड़ा पहुंचे. राज्यपाल ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, रेलवे अधिकारियों और स्थानीय निवासियों से भी बात की और क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं को ‘असहनीय’ करार दिया.

उन्होंने रिसड़ा में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘हम उपद्रवियों को कानून हाथ में नहीं लेने देंगे. गलत काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. लोगों को शांति से रहने का अधिकार है और इसे हर कीमत पर बरकरार रखा जाएगा.

Violence in Rishra began over the weekend | Sreyashi Dey | ThePrint
रिसड़ा में हिंसा सप्ताहांत में शुरू हुई | श्रेयशी डे | दिप्रिंट

किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए रिसड़ा में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर हिंदुओं और मुसलमानों के बीच तनाव पैदा करने का आरोप लगाया है.

मंगलवार को पुरबा मेदिनीपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘वे (भाजपा) नहीं जानते कि बंगाल के लोगों को ये सब पसंद नहीं हैं. बीजेपी संभल नहीं पा रही है, इसलिए हिंसा भड़का रही है. यह सांप्रदायिक हिंसा नहीं है, यह आपराधिक हिंसा है.’

बनर्जी ने हिंदुओं और मुसलमानों दोनों से सद्भाव बनाए रखने की अपील की और आरोप लगाया कि भाजपा ‘बंगाल में हिंसा फैलाने के लिए दूसरे राज्यों से भाड़े के गुंडों को लेकर आई है’.

हालांकि बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार को रिसड़ा में आने से रोक दिया गया था. वहां सीआरपीसी की धारा 144 लागू है. पार्टी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय एजेंसियों के हस्तक्षेप और राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति, खासतौर पर ‘आपराधिक और आतंक’ मामलों की विशेष जांच की मांग करते हुए एक ज्ञापन के साथ राजभवन पहुंचा था.

Shops closed after violence in Rishra | Sreyashi Dey | ThePrint
रिसड़ा में हिंसा के बाद दुकानें बंद | श्रेयशी डे | दिप्रिंट

हुगली से बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी को निषेधाज्ञा के चलते रिसड़ा रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और कोलकाता लौटने के लिए कहा. उन्होंने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर अपराधियों को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘ममता बनर्जी तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं क्योंकि पंचायत चुनाव और लोकसभा चुनाव नजदीक हैं. वह मुस्लिम वोटों पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं.’

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़नें के लिए यहां क्लिक करें)


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