अमरावती, 31 मई (भाषा) आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने शनिवार को पश्चिम बंगाल पुलिस से सोशल मीडिया ‘कंटेंट क्रिएटर’ शर्मिष्ठा पनोली के मामले में ‘न्यायसंगत’ कार्रवाई करने की अपील की।
शर्मिष्ठा को सांप्रदायिक वीडियो साझा करने के आरोप में हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ‘ईशनिंदा की अवश्य की निंदा की जानी चाहिए’ लेकिन धर्मनिरपेक्षता को ‘ढाल’ के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘ईशनिंदा की हमेशा निंदा की जानी चाहिए! धर्मनिरपेक्षता कुछ लोगों के लिए ढाल और दूसरों के लिए तलवार नहीं है। यह दोतरफा होनी चाहिए। पश्चिम बंगाल पुलिस, राष्ट्र देख रहा है। सभी के लिए न्यायपूर्ण तरीके से काम करें।”
उन्होंने कहा कि कानून की छात्रा शर्मिष्ठा ने ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में ‘कुछ लोगों के लिए खेदजनक और आहत करने वाले शब्द’ कहे।
भाजपा की सहयोगी जनसेना पार्टी (जेएसपी) के संस्थापक कल्याण ने दावा किया, ‘उसने अपनी गलती स्वीकार की, वीडियो हटा ली और माफी मांगी। पश्चिम बंगाल पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए शर्मिष्ठा के खिलाफ कार्रवाई की।’
उन्होंने कहा कि लेकिन जब राजनीतिक नेता, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद सनातन धर्म का मजाक उड़ाते हैं, तो क्या होता है? जब हमारे धर्म को ‘गंदा धर्म’ कहा जाता है, तो आक्रोश कहां चला जाता है? उनकी माफी कहां चली जाती है? उनकी त्वरित गिरफ्तारी कहां होती है?
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जोहेब सुभाष
सुभाष
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