नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच कोविड-19 लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर भाजपा जहां लगातार ममती बनर्जी पर हमलावर है वहीं पश्चिम बंगाल सरकार लगातार पलटवार कर रही है. ममता ने कहा कि केंद्र सरकार में कोई स्पष्टता नहीं है. वह एक ओर लॉकडाउन लागू करना चाहती है, वहीं दूसरी ओर दुकानें फिर से खोलने के लिये आदेश जारी कर रही है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने मोहल्ले की दुकानें खोलने के गृह मंत्रालय के आदेश पर कहा कि केन्द्र सरकार लॉकडाउन को लेकर अलग-अलग बयान दे रही है.
टीएमसी का कहना है कि मोदी सरकार बेबुनियाद आरोप लगाकर बदनाम करने में लगी है.
एक तरफ वे कहते हैं कि लॉकडाउन कोसख्ती से जारी रखना चाहिए, दूसरी तरफ वे सभी दुकानें खोलने के लिए कह रहे हैं। क्या करे? केंद्र सरकार जो कह रही है और उनके निर्देशों के बीच स्पष्टता का अभाव है: पश्चिम बंगाल CM ममता बनर्जी https://t.co/V6PKrf0YWz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 27, 2020
पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि हमने एक निर्णय लिया है कि अगर किसी व्यक्ति को कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाया जाता है और उसके पास अपने निवास पर खुद को आइसोलेट करने का प्रावधान है, तो व्यक्ति खुद को क्वारंटाइन कर सकता है. लाखों लोगों को क्वारंटाइन नहीं किया जा सकता, सरकार की अपनी सीमाएं है.
वहीं पश्चिम बंगाल सरकार के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने बताया कि पश्चिम बंगाल में 47 नए कोरोनावायरस के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. अभी कुल सक्रिय मामले 504 हैं.
I am personally overseeing this & we will leave no stone unturned in ensuring that everyone gets any possible help. The initiation has already started & all students from Bengal stuck in Kota would begin their journey back soon. (2/2)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) April 27, 2020
इससे पहले ममता बनर्जी ने दो ट्वीट की श्रृंखला में कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार लॉकडाउन की वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे राज्य के लोगों को हर जरूरी मदद मुहैया कराएगी. इसकी तैयारी शुरू हो गई है. कोटा में फंसे बंगाल के छात्रों को जल्दी वापस लाया जाएगा. उन्होंने कहा है कि वह इसे खुद देख रही हैं. लोगों की मदद में कोई कसर बाकी नहीं लगाएंगी.