कोलकाता, 11 जून (भाषा) अलीपुर स्थित पश्चिम बंगाल पुलिस मुख्यालय के बाहर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता शुभेंदु अधिकारी ने प्रदर्शन किया और कोलकाता के पास हिंसा प्रभावित रवींद्रनगर इलाके में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की।
विपक्ष के नेता अधिकारी ने आरोप लगाया कि दक्षिण 24 परगना जिले के महेशतला के रवींद्रनगर में घंटों तक लूटपाट, आगजनी और बर्बरता के शिकार हुए हिंदुओं की रक्षा करने में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पूरी तरह विफल रही।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और पुलिस के कई वाहनों में आग लगा दी गई। हम लोगों को बचाने और उनकी सुरक्षा के लिए क्षेत्र में तत्काल केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग करते हैं।’’
अधिकारी ने दावा किया कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इतने सारे पुलिसकर्मियों पर हमला होने के बावजूद वह उदासीन दिखे।
उन्होंने कहा, ‘‘कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मुर्शिदाबाद में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया था। मैं कल उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाऊंगा और क्षेत्र के हिंदुओं को बचाने के लिए उसके हस्तक्षेप की मांग करूंगा।’’
अधिकारी के साथ विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक शंकर घोष सहित कई भाजपा विधायक और कई साधु भी थे।
उन्होंने दावा किया, ‘‘साधुओं ने हमें फोन कर सुरक्षा की मांग की थी। उन्हें क्षेत्र के प्रभावित लोगों से फोन आ रहे हैं।’’
सत्तारूढ़ टीएमसी ने दावा किया कि भाजपा एक स्थानीय मुद्दे पर हुई झड़प को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है।
टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा, ‘‘ऐसा कुछ भी नहीं किया जाना चाहिए जिससे स्थिति बिगड़े और सौहार्द एवं सद्भाव को नुकसान पहुंचे।’’
भाषा यासिर माधव
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