नई दिल्ली: मेघालय की पहाड़ियों में हनीमून के तौर पर शुरू हुई यह दास्तां मौत और रहस्य की कहानी में बदल गई. मध्य प्रदेश के इंदौर से आए नवविवाहित राजा और सोनम रघुवंशी 23 मई को चेरापूंजी के पास लापता हो गए. लापता होने के 2 हफ्ते से अधिक वक्त बाद सोमवार को सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
दो जून को राजा का क्षत-विक्षत शव घाटी की खाई में मिला, जिससे गड़बड़ी की आशंका बढ़ गई. इसके बाद तलाश सोनम की ओर मुड़ गई.
17 दिनों तक अंडरग्राउंड रहने के बाद उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. अब गिरफ्तार सोनम इस मामले में मुख्य संदिग्ध है, जिस पर कथित तौर पर हमलावरों को पैसे देकर अपने पति की हत्या की साजिश रचने का आरोप है.
मेघालय पुलिस को शक है कि राजा की हत्या 23-24 मई की रात करीब 2 बजे हुई, उसी वक्त उनका फोन बंद हो गया था. उनका आखिरी ठिकाना पूर्वी खासी पहाड़ियों में चेरापूंजी था.
पुलिस के अनुसार, सोनम ने कथित तौर पर अपने पति की हत्या की योजना दंपति के हनीमून के दौरान बनाई थी, कथित तौर पर इस काम को अंजाम देने के लिए उसने हत्यारों को पैसे दिए थे. अपराध के बाद वह गाजीपुर भाग गई.
मेघालय पुलिस के सूत्रों ने दिप्रिंट से बात करते हुए कहा कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि सोनम और उसके “प्रेमी” ने 11 मई को सोमन और राजा की शादी करने से पहले “सावधानीपूर्वक” हत्या की योजना बनाई थी और योजना इसे “लूट की कोशिश” के रूप में पेश करने की थी.
सोनम के अलावा, मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पहली गिरफ्तारी रविवार को उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले से की गई, उसके बाद इंदौर से दो और गिरफ्तारियां हुईं.
गिरफ्तार आरोपियों में राज कुशवाह, विक्की ठाकुर और आनंद शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार कुशवाह हत्या के पीछे के मास्टरमाइंड में से एक है.
मेघालय के पुलिस उप महानिरीक्षक डी.एन.आर. मारक ने दिप्रिंट को बताया, “हमने तकनीकी निगरानी के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया. तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से संदिग्धों के ठिकानों की पहचान की गई. पहले व्यक्ति को ललितपुर में पकड़ा गया और फिर अन्य दो को गिरफ्तार किया गया. सोनम को गाजीपुर से गिरफ्तार किया गया था और आगे की जांच जारी है.”
Indore couple case: Raja Raghuvansi's wife Sonam was found at Varanasi-Ghazipur main road, says UP Police
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— ANI Digital (@ani_digital) June 9, 2025
सूत्रों ने बताया कि कथित हत्या के तुरंत बाद सोनम मेघालय छोड़कर चली गई थी. राजा का शव 2 जून को रियात अर्लियांग में वेई सावडोंग फॉल्स के पार्किंग क्षेत्र के नीचे एक गहरी खाई में मिला था. मीडिया से बात करते हुए गाजीपुर के एसपी इराज राजा ने कहा कि गाजीपुर पुलिस को वाराणसी-गाजीपुर रोड पर काशी ढाबा पर सोनम की मौजूदगी की सूचना मिली थी. फिर उसे इलाज के लिए ले जाया गया और मेघालय पुलिस से संपर्क किया गया. उसने करीब 3-3:30 बजे गाजीपुर के नंदगंज थाने में आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “ऐसा लगता है कि पुरुषों के पकड़े जाने के बाद सोनम घबरा गई थी. वह राज कुशवाहा के संपर्क में थी. आरोपियों ने कहा कि सोनम और उसके प्रेमी ने उन्हें राजा का कत्ल करने को कहा था.”
मेघालय के सहायक पुलिस महानिरीक्षक एस.आर. मारक ने एक बयान में कहा, “यह गिरफ्तारी मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) द्वारा किए गए चौबीसों घंटे के प्रयासों का परिणाम है, जिसे राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), स्थानीय खुफिया इकाइयों और कई राज्यों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों का समर्थन प्राप्त है. भौगोलिक और तार्किक चुनौतियों के बावजूद, हमारी टीमें कानून के शासन को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ रहीं. मामले में आगे की जांच जारी है.”
मामले में पहली बड़ी सफलता राजा के क्षत-विक्षत शव की खोज के साथ मिली. उनके कई निजी सामान — जिसमें एक सोने की अंगूठी और चेन शामिल है — गायब थे, जिससे शक और गहरा गया.
इसके तुरंत बाद, पुलिस ने खून से सना एक चाकू बरामद किया, जिसे हत्या का हथियार माना जा रहा है. घटनास्थल के पास एक काला रेनकोट भी मिला, जो संभवतः खून से सना हुआ था. जांचकर्ता यह पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं कि यह सोनम का था या नहीं.
दंपत्ति का किराए का स्कूटर उनके लापता होने के अगले दिन बरामद किया गया. इसे शिलांग-सोहरा राजमार्ग पर एक कैफे के पास सड़क किनारे छोड़ दिया गया था, जिसकी चाबी अभी भी इग्निशन में लगी हुई थी.
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सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान
पुलिस के अनुसार, राजा और सोनम रघुवंशी 21 मई को शाम 6 बजे शिलांग पहुंचे और बालाजी होटल में चेक इन किया. अगले दिन, वह सोहरा और चेरापूंजी की ओर एक किराए के स्कूटर पर निकले, जहां उन्होंने एक स्थानीय गाइड को अपने साथ रखा और नोंग्रियाट गांव में शिपारा होमस्टे तक ट्रेकिंग की. 23 मई की सुबह, उन्हें आखिरी बार होमस्टे से चेक आउट करते हुए देखा गया था, उनके मोबाइल लोकेशन को आखिरी बार नोंग्रियाट में ट्रेस किया गया था. उसी दिन के सीसीटीवी फुटेज में दंपति को एक होमस्टे में सामान छोड़ते हुए दिखाया गया है, जिसमें एक लाल कार उनके पीछे-पीछे आती दिखाई दे रही है — जिससे शक होता है कि उनका पीछा किया जा रहा था.
दो दिन बाद, मेघालय पुलिस ने इलाके के पास खून से सना एक चाकू बरामद किया, जिसके कत्ल में इस्तेमाल होने का संदेह है और इसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया.
प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों ने और भी रहस्य को और बढ़ा दिया है. स्थानीय गाइड अल्बर्ट पीडी ने कथित तौर पर दावा किया कि उन्होंने 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास इस जोड़े को देखा, जब वह नोंग्रियाट से मावलखियाट की ओर ट्रेकिंग कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि जोड़े के साथ तीन अपरिचित लोग थे, उन्होंने आगे कहा कि वह नीचे उतरने से थके हुए लग रहे थे — कथित तौर पर सुंदर डबल-डेकर लिविंग रूट ब्रिज तक पहुंचने के लिए लगभग उन्होंने 3,000 सीढ़ियां उतरी थीं. अजीब बात यह है कि वह अगली सुबह बिना गाइड के वापस लौटे और उसके बाद फिर कभी नहीं देखे गए.
गवाहों ने कथित तौर पर यह भी बताया कि राजा से दूर जाते समय फोन कॉल के दौरान सोनम स्पष्ट रूप से तनावग्रस्त दिख रही थी. सीसीटीवी फुटेज और गाइड की गवाही के साथ इस व्यवहार ने संभावित तीसरे पक्ष की संलिप्तता के संदेह को और मजबूत कर दिया.
जबकि मेघालय पुलिस का कहना है कि उन्होंने तकनीकी निगरानी के ज़रिए उस जगह को ट्रैक किया, सोनम के परिवार का दावा है कि वह अपनी मर्ज़ी से लौटी थी और उसके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है. उसके पिता देवी सिंह ने पुलिस पर कहानी में हेरफेर करने का आरोप लगाया है और जोर देकर कहा है कि उनकी बेटी निर्दोष है.
उन्होंने कहा, “मानसिक रूप से प्रताड़ित होने के बाद वह गाजीपुर में शरण लेने गई थी. अब वह (पुलिस) उसे दोषी ठहराने की कोशिश कर रहे हैं.”
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने राजा हत्याकांड में मिली “बड़ी सफलता” के लिए राज्य पुलिस को बधाई दी.
उन्होंने एक्स पर लिखा, “राजा हत्याकांड में 7 दिनों के भीतर मेघालय पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है…मध्य प्रदेश के रहने वाले 3 हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है, महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है और एक और हमलावर को पकड़ने के लिए ऑपरेशन अभी भी जारी है…बहुत बढ़िया.”
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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