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बुधवार, 4 जून, 2025
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हम सीमापार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का समर्थन करते हैं: आस्ट्रेलिया

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(तस्वीरों के साथ)

नयी दिल्ली, चार जून (भाषा) भारत और ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए अपने रणनीतिक सहयोग का विस्तार करने पर सहमति व्यक्त की तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम आतंकवादी हमले पर नयी दिल्ली की जबर्दस्त जवाबी कार्रवाई के प्रति आस्ट्रेलियाई समर्थन की सराहना की।

भारत की यात्रा पर आये आस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री रिचर्ड मार्लेस के साथ अपनी वार्ता में सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि भारत को पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ आत्मरक्षा में जवाब देने का अधिकार है तथा इस कायराना हमले के बाद भारत की कार्रवाई नपी-तुली, गैर-बढ़ावा देने वाली तथा जिम्मेदाराना थी।

बैठक में अपने संबोधन में ऑस्ट्रेलियाई नेता ने कहा कि भारत के साथ आस्ट्रेलिया के संबंध ‘सर्वोच्च प्राथमिकता’ के हैं और यह ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय हित के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

मार्लेस की नयी दिल्ली यात्रा भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी की पांचवीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है। इस साझेदारी से दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने में मदद मिली है।

सिंह और मार्लेस ने रक्षा-औद्योगिक सहयोग को बढ़ाने तथा उसमें विविधता लाने पर सहमति व्यक्त की। मार्लेस ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री भी हैं।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ एक अलग भेंटवार्ता में ऑस्ट्रेलियाई नेता ने सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के प्रति आस्ट्रेलिया के समर्थन को दोहराया।

बयान के अनुसार मोदी ने आस्ट्रेलिया में हाल के चुनाव में ऑस्ट्रेलियाई लेबर पार्टी की ऐतिहासिक जीत पर मार्लेस को बधाई दी। दोनों नेताओं ने भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए विचारों का आदान-प्रदान किया, जिसने आज पांच साल पूरे कर लिए हैं।

इसमें कहा गया कि मोदी और मार्लेस ने रक्षा औद्योगिक सहयोग, लचीली आपूर्ति श्रृंखला, महत्वपूर्ण खनिजों, नयी और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के महत्व को रेखांकित किया।

पीएमओ के बयान में कहा गया, ‘‘उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि स्थिर, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत का साझा दृष्टिकोण द्विपक्षीय सहयोग का मार्गदर्शन करता रहेगा।’’

बयान के अनुसार मोदी ने प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज को इस साल के अंत में भारत में होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित भी किया।

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भेंटवार्ता में सिंह और मार्लेस ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की तथा जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।

टेलीविजन पर प्रसारित टिप्पणियों में सिंह ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों में ‘‘महत्वपूर्ण मील के पत्थर’ हासिल करने का उल्लेख किया तथा उसे और आगे ले जाने के लिए ‘‘नये जोश’’ के साथ काम करने की उम्मीद जताई।

सिंह ने भारत की पश्चिमी सीमा पर ‘‘अत्यधिक चुनौतियां’’ पेश आने का भी जिक्र किया। उनका इशारा पाकिस्तान समर्थित सीमा पार आतंकवाद की ओर था।

मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष स्वतंत्र एवं खुले हिंद महासागर तथा प्रशांत द्वीप क्षेत्र की दिशा में मिलकर काम करने पर सहमत हुए।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को लगातार मजबूत करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, समृद्धि, स्थिरता एवं प्रगति के अपने साझा उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता का आह्वान किया।’’

उसने कहा कि सिंह और मार्लेस ने ऑस्ट्रेलिया-भारत संयुक्त अनुसंधान परियोजना पर हस्ताक्षर का स्वागत किया तथा रक्षा उद्योग में सहयोग बढ़ाने और विविधता लाने पर सहमति व्यक्त की।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘उन्होंने इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाली तीसरी भारत-ऑस्ट्रेलिया 2प्लस 2 मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान रक्षा विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया।’’

मंत्रालय ने कहा कि सिंह-मार्लेस बैठक ने दोनों पक्षों को उभरते क्षेत्रीय और वैश्विक परिदृश्यों के संदर्भ में द्विपक्षीय संबंध की स्थिति की समीक्षा करने का अवसर प्रदान किया।

उसने कहा, ‘‘चर्चा में रक्षा रणनीतिक सहयोग और सुरक्षा, उद्योग सहयोग, साइबर और नयी उभरती प्रौद्योगिकियां, आतंकवाद-निरोध, जल-सर्वेक्षण और समुद्री सुरक्षा जैसे व्यापक मुद्दों पर चर्चा हुई।’’

इसके साथ ही सिंह ने बर्बर पहलगाम आतंकी हमले पर नयी दिल्ली की ठोस जवाबी कार्रवाई के प्रति ऑस्ट्रेलिया के स्पष्ट समर्थन की सराहना की।

रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने और मार्लेस ने ‘इस अत्यंत फलदायी बैठक के दौरान भारत-ऑस्ट्रेलिया रक्षा साझेदारी के सम्पूर्ण आयाम की समीक्षा की।’

आस्ट्रेलिया में पिछले महीने संसदीय चुनाव में लेबर पार्टी की जीत के बाद प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के दूसरी बार सत्ता में बने रहने के बाद मार्लेस भारत की यात्रा करने वाले पहले वरिष्ठ ऑस्ट्रेलियाई मंत्री हैं।

ऑस्ट्रेलिया के उपप्रधानमंत्री मार्लेस दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के चार देशों की यात्रा के तहत भारत आए हैं।

सिंह के साथ अपनी बैठक में मार्लेस ने पहलगाम हमले पर भारत के साथ एकजुटता का अल्बनीज़ का संदेश भी दिया।

भाषा राजकुमार माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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