नयी दिल्ली, नौ जुलाई (भाषा) केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, देश भर में 17 ‘रिवर गेज स्टेशन’ में वर्तमान में पानी चेतावनी के स्तर से ऊपर है और इनमें से चार में बाढ़ की गंभीर स्थिति है जहां जल स्तर खतरे के निशान पर या उससे ऊपर है।
रिवर गेज स्टेशन, ऐसे स्थान हैं जहां नदी, नहर, झील या जलाशय में जल स्तर और प्रवाह दर को व्यवस्थित तरीके से मापा जाता है।
असम में धनसिरी नदी और महाराष्ट्र में वेनगंगा नदी पर स्थित जल स्तर मापक केंद्रों सहित चार स्थानों पर बाढ़ की गंभीर स्थिति है, जो बाढ़ के गंभीर खतरे का संकेत देते हैं।
तेरह अतिरिक्त स्टेशनों पर ‘‘बाढ़ की स्थिति सामान्य से अधिक’’ देखी जा रही है, जहां जल स्तर चेतावनी के स्तर को पार कर गया है, लेकिन खतरे की सीमा से नीचे बना हुआ है। इनमें ब्रह्मपुत्र, गंगा, गंडक और स्वर्णरेखा जैसी नदियां शामिल हैं।
रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि 34 जलाशयों और बैराज स्थलों पर जल का प्रवाह निर्दिष्ट सीमा से अधिक हुआ है।
ये स्थान आंध्र प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में हैं।
श्रीशैलम और अलमाटी (कृष्णा नदी), हीराकुंड (महानदी), इंदिरा सागर (नर्मदा), और मैथन (बराकर) जैसे जलाशयों में जल का अधिक प्रवाह देखा जा रहा है।
भाषा सुभाष अविनाश मनीषा
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