हरिद्वार (उत्तराखंड), दो मई (भाषा) भाजपा नेता एवं राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की संयोजक शालिनी अली ने शुक्रवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम को समाज के हित में लिया गया ऐतिहासिक फैसला करार दिया।
अली ने कहा, ‘‘वक्फ एक पवित्र सामाजिक और धार्मिक संस्था है। इसका मुख्य उद्देश्य मुस्लिम समाज के गरीब, बेसहारा और जरूरतमंद वर्गों को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पुनर्वास प्रदान करना है। लेकिन दुर्भाग्य से, वर्षों से यह संस्था भू-माफिया, भ्रष्ट तत्वों और भूमि जिहाद जैसी गतिविधियों का शिकार रही है।’’
उन्होंने यहां प्रेस क्लब में पत्रकारों से कहा कि अब वक्फ बोर्ड में दो महिलाओं की भागीदारी अनिवार्य कर दी गई है, जो मुस्लिम महिलाओं को निर्णय लेने की प्रक्रिया की में लाने के लिए एक स्वागत योग्य और साहसिक फैसला है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता अली ने कहा, ‘‘कुछ लोग वक्फ संपत्तियों का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। सरकार द्वारा किए गए संशोधन से वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग रुकेगा और गरीबों को इनका लाभ मिलेगा।’’
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राजकुमार पारुल
पारुल
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