नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान संपन्न हो गया है और लगभग 70 प्रतिशत मतदान होने का अनुमान है।
जेएनयू छात्र संघ चुनाव समिति के अनुसार, 69.6 प्रतिशत से अधिक छात्रों ने मतदान किया। हालांकि, यह 2023 में दर्ज 73 प्रतिशत मतदान से थोड़ा कम है।
कुल 7,906 मतदाताओं में से लगभग 5,500 विद्यार्थियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मतदान दो सत्रों में सुबह नौ बजे से अपराह्न एक बजे तक तथा अपराह्न 2:30 बजे से सायं 5:30 बजे तक, परिसर के 17 केंद्रों पर हुआ।
मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा, हालांकि कुछ स्थानों पर देरी की खबरें भी आईं, विशेष रूप से स्कूल ऑफ लैंग्वेज केन्द्र पर, जहां मतपत्र पर दो उम्मीदवारों के नाम गायब होने के कारण मतदान देरी से शुरू हुआ।
इस साल के चुनावों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले। लंबे समय से चली आ रही एकजुट लेफ्ट बिखर गई है। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (डीएसएफ) के साथ गठबंधन किया, जबकि स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने बिरसा आंबेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन (बापसा), ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ)और प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स एसोसिएशन (पीएसए)के साथ मिलकर एक अलग मोर्चा बनाया।
मतों की गिनती शुक्रवार देर रात शुरू हुई, सबसे पहले काउंसलर पदों के नतीजे घोषित किए जाने की उम्मीद है। अंतिम नतीजे सोमवार, 28 अप्रैल को जारी किए जाने की संभावना है।
भाषा धीरज प्रशांत
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