मोतिहारी/बेतिया, 17 मई (भाषा) निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची को एक जीवंत दस्तावेज बताते हुए इसको निरंतर अद्यतन किये जाने की वकालत की है तथा शनिवार को अधिकारियों से मृत मतदाताओं के नाम त्वरित रूप से हटाने के लिये कहा।
निर्वाचन आयुक्त विवेक जोशी ने बिहार के पूर्वी एवं पश्चिम चंपारण जिलों के दौरे के दौरान अधिकाारियों को यह निर्देश दिया।
जोशी इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए चार दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को राज्य पहुंचे।
एक बयान में कहा गया कि दिन में उन्होंने पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में प्रथम स्तरीय जांच केंद्र का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने ईवीएम और वीवीपैट जांच प्रक्रिया की बारीकी से जांच की।
इसमें कहा गया है कि उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स कार्पोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड के अभियंताओं से बातचीत की, तकीनीकी प्रक्रियाओं की समीक्षा की और निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों का समुचित तरीके से पालन करने के लिये कुछ आवश्यक और सख्त निर्देश दिये ।
मतदाता सूची की शुचिता को शीर्ष प्राथमिकता देने पर बल देते हुए उन्होंने सभी अधिकारियों को मृत मतदाताओं के नाम तुरंत हटाने के निर्देश दिए।
बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि मतदाता सूची एक जीवंत दस्तावेज है जिसे समयबद्ध तरीके से लगातार अद्यतन किया जाना चाहिए और यह जिम्मेदारी प्रत्येक चुनाव अधिकारी की है।
बाद में, जोशी ने चुनाव तैयारियों की स्थिति का आकलन करने के लिए पश्चिम चंपारण के बेतिया में एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने वन क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों तक सुगम पहुंच सुनिश्चित करने पर जोर दिया। जिले में युवाओं के बीच कम मतदाता पंजीकरण पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि 18-19 साल आयु वर्ग के अनुमानित 2,04,162 लोगों में से केवल 29,897 का ही नामांकन हुआ है, जो लगभग 85 प्रतिशत की कमी को दर्शाता है।
इस अंतर को पाटने के लिए उन्होंने अधिकारियों को विशेष मतदाता पंजीकरण अभियान शुरू करने के निर्देश दिए।
बाद में उन्होंने सिकटा (पश्चिम चंपारण) में एक मतदान केंद्र का निरीक्षण किया और चुनाव संबंधी गतिविधियों की जानकारी ली।
भाषा रंजन रंजन माधव
माधव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
