जाजपुर, 28 सितंबर (भाषा) ओडिशा में जाजपुर जिले के 32- वर्षीय दृष्टिबाधित शिक्षक ने अपने तीसरे प्रयास में प्रतिष्ठित ओडिशा सिविल सेवा (ओसीएस) परीक्षा उत्तीर्ण कर 300वीं रैंक हासिल की।
कोरेई ब्लॉक के बड़ा बिरुहान गांव के निवासी महेश पांडा 2016 से कटक जिले के अथागढ़ स्थित आदर्श विद्यालय में उड़िया शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।
जन्म से ही दृष्टिबाधित पांडा पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे और एक साधारण परिवार में पले-बढ़े। उनके पिता खेती करके सात सदस्यों वाले परिवार का भरण-पोषण करते थे।
पांडा के पिता लक्ष्मी नारायण ने कहा, ‘‘बेहतरीन इलाज और कई अस्पतालों के चक्कर लगाने के बावजूद, डॉक्टर महेश की आंखों की रोशनी वापस नहीं ला सके। आखिरकार, हमने इसे भाग्य पर छोड़ दिया।’’
सिविल सेवा की तैयारी के साथ अपने शिक्षण कार्य के संतुलन के बारे में, पांडा ने कहा, ‘‘मैं दिन में छात्रों को पढ़ाता था और खुद रात में सिविल सेवा की तैयारी करता था। तकनीक के साथ, दृष्टिबाधित लोगों के लिए सीखना बहुत आसान हो गया है।’’
अपनी सफलता से उत्साहित पांडा ने अपने परिवार और दोस्तों के सहयोग को इसका श्रेय दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपना जीवन राज्य के कल्याण के लिए समर्पित कर दूंगा।’’
ओडिशा सिविल सेवा (ओसीएस) परीक्षा, 2023 के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गए, जिसमें 398 उम्मीदवार उत्तीर्ण हुए।
भाषा शफीक सुरेश
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