लखनऊ, 17 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने प्रदेश में इको टूरिज्म और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य से दुधवा बाघ अभयारण्य तक रेल कनेक्टिविटी प्रदान करने वाली पर्यटक ट्रेन में विस्टाडोम कोच का संचालन शुरू कर दिया है। एक आधिकारिक बयान में शनिवार को यह जानकारी दी गयी।
बयान में दावा किया गया है कि उप्र देश का पहला ऐसा प्रदेश बन गया है, जहां पर्यटकों के लिए जंगल सफारी का रोमांचक अनुभव उपलब्ध कराने के लिए विस्टाडोम कोच की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। यह सेवा पर्यटकों के लिए 12 महीने उपलब्ध रहेगी। फिलहाल यह सेवा वर्तमान में शनिवार और रविवार ही पर्यटकों को उपलब्ध करायी जा रही है, लेकिन आने वाले दिनों में यह सेवा सभी दिन उपलब्ध होगी।
इससे जहां एक ओर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं रोजगार भी उपलब्ध होंगे। पर्यटन विभाग के निदेशक प्रखर मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के वन क्षेत्रों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इसी कड़ी में दुधवा राष्ट्रीय उद्यान, कतर्नियाघाट और किशनपुर वन्यजीव अभयारण्य को एकीकृत करते हुए पर्यटकों के लिए सुलभ और रोमांचक अनुभव देने के लिए विस्टाडोम कोच का संचालन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश इको टूरिज्म विकास बोर्ड द्वारा पर्यटकों को वर्ष भर नेचर ट्रेल और जंगल सफारी का अद्वितीय अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है। यह सुविधा पहले चरण में प्रत्येक शनिवार और रविवार को उपलब्ध कराई जा रही है। इस सेवा के सकारात्मक परिणामों के पश्चात इसे पूरे सप्ताह के लिए विस्तारित करने की योजना है।
विस्टाडोम कोच के माध्यम से पर्यटक 107 किलोमीटर लंबे जंगल के भीतर सफर करते हुए प्राकृतिक दृश्यावली, जैव विविधता और वन्यजीवों का नजदीक से अनुभव ले सकेंगे। यह सफर चार घंटे 25 मिनट का है। वहीं ट्रेन सेवा काफी किफायती भी है। इस सेवा के लिए पर्यटकों से केवल 275 रुपये प्रति पर्यटक शुल्क लिया जा रहा है। यह शुल्क कतर्नियाघाट से दुधवा नेशनल पार्क तक का है। निदेशक ने बताया कि बार्ड द्वारा पर्यटकों को राजधानी लखनऊ से कतर्नियाघाट तक ले जाने का पैकेज तैयार किया जा रहा है।
इस पैकेज में विभाग की ओर से प्रति पर्यटक सब्सिडी भी दी जाएगी, जिस पर विचार किया जा रहा है।
पर्यटन निदेशक प्रखर मिश्रा ने बताया कि 107 किलोमीटर लंबी जैव विविधता से भरपूर यात्रा का अनुभव देने वाली ट्रेन बिछिया स्टेशन (बहराइच) से सुबह 11:45 बजे चलकर विभिन्न स्टेशनों से गुजरते हुए शाम 4:10 बजे मैलानी स्टेशन (लखीमपुर खीरी ) पहुंचती है। वहीं वापसी ट्रेन सुबह 6:05 बजे मैलानी से रवाना होकर 10:30 बजे बिछिया पहुंचती है। यह ट्रेन नौ स्टेशन क्रमश: बिछिया, मंझरा पुरब, खैराटिया बांध रोड, तिकुनिया, बेलरायन, दुधवा, पलिया कलां, भीरा खीरी से होते हुए मैलानी स्टेशन पर पहुंचती है।
वर्तमान में हर सप्ताह युवा पर्यटन क्लब के तहत सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए विशेष क्यूरेटेड टूर आयोजित किए जा रहे हैं। साथ ही सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और ट्रैवल ब्लॉगर्स के लिए फेम टूर का आयोजन किया जा रहा है ताकि विस्टाडोम कोच और इस सफर को डिजिटल माध्यम से प्रचारित किया जा सके।
भाषा
आनन्द, रवि कांत रवि कांत
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