नयी दिल्लीः भारतीय कप्तान और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने अपने 31वें जन्मदिन के मौके पर अतीत को याद किया. और इस याद में उन्होंने एक भावुक खत भी लिखा है उस समय 15 साल के विराट को पत्र लिखकर पिता के गर्मजोशी से गले लगाने को उनके जूता दिलाने से इनकार करने पर अहमियत देकर दिवंगत पिता को ढेर सारा प्यार करने को कहा.
कोहली ने साथ ही पश्चिमी दिल्ली में रहने वाले 15 साल के बच्चे को उन ‘परांठों’ को सहेजने को कहा जो आगामी वर्षों में उसकी पहुंच से दूर होने वाले हैं. मंगलवार को 31 बरस का होने पर कोहली के दिमाग में कई विचार आए और उनमें से कुछ विचारों को उन्होंने साझा किया. इस स्टार बल्लेबाज ने उस समय 15 बरस के रहे विराट कोहली को पत्र लिखा और इस दौरान अपने दिवंगत पिता प्रेम कोहली को याद किया.
कोहली ने सोशल मीडिया पर साझा किए पत्र में लिखा, ‘मुझे पता है कि तुम उन जूतों के बारे में सोच रहे जो पिताजी ने आज तुम्हें नहीं दिए. आज सुबह जब वह तुम्हारे से गले मिले या तुम्हारी लंबाई को लेकर उन्होंने जो चुटकुला सुनाया उससे अगर तुलना करोगे तो इनकी कोई अहमियत नहीं है.’
My journey and life's lessons explained to a 15-year old me. Well, I tried my best writing this down. Do give it a read. ? #NoteToSelf pic.twitter.com/qwoEiknBvA
— Virat Kohli (@imVkohli) November 5, 2019
अपने पिता के बारे में भारतीय कप्तान ने कहा, ‘मुझे पता है कि कभी कभी वह कठोर लग सकते हैं. लेकिन ऐसा इसलिए है क्योंकि वह तुम्हारे से सर्वश्रेष्ठ चाहते हैं.’ कोहली ने खुद को लिखे पत्र में आज के बदले नजरिये के बाद 15 साल के कोहली के दिल को दिलासा देते प्रतीत हो रहे हैं.
उन्होंने आगे लिखा है ‘पिताजी से कहो कि तुम उनसे प्यार करते हो. काफी ज्यादा. आज ही उनसे बोलो. कल भी कहो. उन्हें बार- बार कहो.’
प्रेम कोहली का 54 साल की उम्र में मस्तिष्क आघात की वजह से निधन हो गया और दुनिया का शीर्ष बल्लेबाज बन चुका उनका बेटा तब सिर्फ 18 साल का था. कोहली ने अपने पिता के अंतिम संस्कार के एक दिन बाद मैदान पर उतरते हुए दिल्ली की ओर से रणजी ट्राफी में 90 के आसपास रन बनाए थे और अपनी टीम को हार से बचाया था.
अब बेहद सफल क्रिकेटर बन चुके कोहली एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नंबर एक जबकि टेस्ट क्रिकेट में दूसरी रैंकिंग वाले बल्लेबाज हैं. कोहली ने साथ ही लिखा कि उन्हें जीवन में कभी ना कभी विफलताओं का सामना करना होगा.
उन्होंने लिखा, ‘तुम विफल हो जाओगे. सभी होते हैं. स्वयं से वादा करो कि तुम कभी ऊपर उठना नहीं भूलोगे. और अगर पहले प्रयास में तुम ऐसा नहीं कर पाओ तो दोबारा प्रयास करो.’कोहली ने लिखा, ‘मैं तुम्हें यह कहना चाहता हूं कि जीवन ने तुम्हारे लिए बड़ी चीजें रखी हैं विराट. लेकिन तुम्हें प्रत्येक मौके के लिए तैयार रहना होगा. मौका मिलने पर इसका फायदा उठाओ. और तुम्हारे पास जो भी है उससे कभी संतोष मत करना.’
उन्होंने कहा, ‘कई लोग तुम्हें प्यार करेंगे और नापसंद भी करेंगे. इसमें कई ऐसे भी होंगे जो तुम्हें जानते भी नहीं. उनकी परवाह मत करो. स्वयं पर विश्वास रखो.’