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Sunday, 23 June, 2024
होमखेलचार साल बाद टेस्ट मैच में विराट का शतक, कहा - मैं वो नहीं हूं जो 40-45 रन बनाकर खुश हो जाऊं

चार साल बाद टेस्ट मैच में विराट का शतक, कहा – मैं वो नहीं हूं जो 40-45 रन बनाकर खुश हो जाऊं

विराट ने कहा कि हर समय एक जैसा खेलना संभव नहीं है क्योंकि परिस्थितियों के अनुसार एडजस्ट करना पड़ता है.

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नई दिल्ली: अहमदाबाद में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने शतक के बाद, भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने कहा कि मैं वो आदमी नहीं हूं जो 40-45 रन बनाकर खुश हो जाता हो, मैं जानता हूं कि मैं 150 से भी ज्यादा रन बना सकता हूं और अपनी टीम की मदद कर सकता हूं.

विराट ने स्वीकार किया कि पिछले दिनों उनकी टीम के लिए एक बड़ा स्कोर नहीं बना पाने से उन्हें कुछ हद तक परेशानी हुई.

ट्रैविस हेड और मारनस लबसचगने के अर्धशतकों की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत के खिलाफ चल रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा और अंतिम टेस्ट ड्रा कराया.

भारत ने आईसीसी विश्व चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है, जहां वे 7 जून से लंदन में ऑस्ट्रेलिया से मुकाबला करेंगे.

विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में अपने शतक के सूखे को समाप्त करते हुए अपना 75वां अंतरराष्ट्रीय शतक और टेस्ट में 28वां शतक लगाया. नवंबर 2019 के बाद टेस्ट में यह उनका पहला शतक था. मैराथन प्रैक्टिस में, उन्होंने 364 गेंदों में 186 रन बनाए, जिसमें 15 चौके शामिल थे.

बीसीसीआई द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो जिसमें टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ भी नज़र आ रहे हैं, विराट ने कहा, ”जहां तक ​​इस पारी की बात है तो मुझे पता था कि मैं अच्छा खेल रहा हूं, यहां तक ​​कि इससे पहले के टेस्ट मैचों में भी. यह बल्लेबाजी के लिए अच्छा विकेट था. मेरा डिफेंस मेरा सबसे मजबूत ताकत है. जब मैं अच्छी तरह से डिफेंड करता हूं और मैं उसका फायदा उठाता हूं.”

विराट ने कहा कि हर समय एक जैसा खेलना संभव नहीं है क्योंकि परिस्थितियों के अनुसार एडजस्ट करने की जरूरत होती है.

विराट ने कहा, ”यह एक मुख्य कारण है कि मैं इतने लंबे समय तक खेल के सभी प्रारूपों में क्यों खेल पाया. अपनी शारीरिक क्षमता को जानने के बाद पता चलता है कि चीज़ो को अलग तरीके से कैसे कर सकता हूं. मानसिक रूप से मैं निश्चित तरीके से खेलने के लिए तैयार हो सकता हूं, लेकिन अगर मेरा शरीर साथ नहीं देगा तो ऐसा नहीं हो सकता.”

विराट ने आगे कहा कि मैं अलग-अलग कंडीशंस और सिचुएशन में भी खेलने के लिए तैयार रहा और साथ ही पावर हिटिंग भी करता रहा. इसके लिए आपको ऑल-राउंड फिटनेस की जरुरत होती है, जो दो या तीन महीने में नहीं हो सकता है.

विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में अपने शतक के सूखे को खत्म करते हुए 364 गेंदों में 15 चौकों की मदद से 186 रन बनाए.

विराट कोहली को उनकी 186 रनों की पारी के लिए ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया.


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