scorecardresearch
Sunday, 3 November, 2024
होमएजुकेशननागरिकता कानून पर दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में पुलिस और छात्रों के बीच हिंसक झड़प, परीक्षाएं टली

नागरिकता कानून पर दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में पुलिस और छात्रों के बीच हिंसक झड़प, परीक्षाएं टली

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस के बीच झड़प के बाद कम से कम 100 घायल विद्यार्थियों को समीप अस्पताल ले जाया गया. वहीं अलीगढ़ यूनिवर्सिटी भी अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी गई है.

Text Size:

नई दिल्ली: नागरिकता कानून पर देशभर में विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ रहे हैं और हिंसक हो गए है. दिल्ली के आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय पर देर रात जामिया मिल्लिया इस्लामिया के स्टूडेंट के साथ साथ जेएनयू और दिल्ली विश्वविद्यालय के स्टूडेंट भी प्रदर्शन करते रहे. जामिया नगर इलाके में जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का प्रदर्शन इस कानून के खिलाफ हो रहा प्रदर्शन रविवार को हिंसक हो गया. प्रदर्शनकारियों ने तीन बसों में आग लगा दी और एक फायर ब्रिगेड की गाड़ी में भी तोड़फोड़ किए जाने की खबर है. इस हिंसक प्रदर्शन में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है.

 हिंसक प्रदर्शन, 100 से अधिक घायल 

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस के बीच झड़प के बाद कम से कम 100 घायल विद्यार्थियों को समीप अस्पताल ले जाया गया. सूत्रों ने यह जानकारी दी.

सूत्रों के अनुसार 100 लोग घायल अवस्था में होली फैमिली अस्पताल में ले जाये गये. उनमें से 11 भर्ती को कराया गया.

जामिया इलाके में हिंसक होते प्रदर्शन को देखते हुए वहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में घुसकर छात्रों और शिक्षकों के साथ मारपीट की. आंसू गैस छोड़े और लाइब्रेरी में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट की. साथ ही पुलिस ने पत्रकार के साथ भी कथित तौर पर मारपीट की. दिल्ली पुलिस का कहना है कि अब जामिया में हालात सामान्य है. वहीं देर रात तक जामिया सहित कई विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन करते रहे.

केजरीवाल और मनोज तिवारी के बीच ट्वीट वॉर

दिल्ली में हो रहे प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनोज तिवारी ने भी ट्वीट कर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप किए. वहीं भाजपा नेता मनोज तिवारी ने सीधे तौर पर आप पार्टी के विधायक पर दंगा भड़काने का आरोप लगाया है. मनोज तिवारी ट्वीट पर एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहते हैं कि केजरीवार के इशारे पर आप का विधायक जनता को भड़का रहा है. भारत का मुसलमान भारत के साथ है. एक के बाद एक ट्वीट कर मनोज तिवारी ने कहा है कि ये क्यों नहीं बताते देश को कि हुंदुस्तान के मुसलमानों का इस सीएए से कुछ लेना देना नहीं है, तो प्रोटेस्ट क्यों? पर अपनी राजनीति के चलते राजधानी में हिंसा फैलाना चाहते हो. वहीं अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि कोई भी हिंसा में शामिल नहीं है. किसी भी तरह की हिंसा बर्रदाश्त नहीं की जाएगी. प्रदर्शन शांतिपूर्वक करें.

जामिया, एएमयू और स्कूल भी रहेंगे बंद

बता दें कि दिल्ली में जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद एहतियातन अलीगढ़ यूनिवर्सिटी को पांच जनवरी तक और जामिया को छह जनवरी तक बंद कर दिया गया है और सभी छात्रों को जल्द से जल्द हॉस्टल खाली करने के लिए कहा गया है. वहीं अलीगढ़ में 24 घंटे यानी कल रात 10 बजे के लिए इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है. साथ ही जामिया में चल रही सभी परीक्षाओं को भी टाल दिया गया है. साथ ही दक्षिण पूर्व जिले के स्कूलों को सोमवार को बंद करने का आदेश दिया गया है. दिल्ली सरकार ने बंद करने का निर्णय लिया है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली में साउथ-ईस्ट जिले में ओखला, जामिया, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, मदनपुर खादर क्षेत्र के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे.

मेट्रो स्टेशन बंद किए गए

बता दें कि देर रात तक चले जामिया नगर इलाके के हिंसक प्रदर्शन के कारण दस से ज्यादा मेट्रो स्टेशनों को बवाल की आशंका को देखते हुए बंद करना पड़ा. देर रात तक इन स्टेशनों पर कोई ट्रेन नहीं रोकी गई, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. डीएमआरसी ने दिल्ली पुलिस की सलाह के आधार पर जामिया इलाके में उपद्रव बढ़ने के कारण पहले शाम करीब 5:45 मिनट पर सुखदेव विहार मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वारों व आश्रम मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-3 को बंद किया था लेकिन जब बवाल बढ़ा तो आर के पुरम और पटेल चौक तक कई मेट्रो स्टेशनों को बंद किया गया. आगजनी की घटनाओं के चलते तत्काल प्रभाव से करीब सवा छह बजे मजेंटा लाइन के सुखदेव विहार, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, ओखला विहार और जसोला विहार शाहीन बाग मेट्रो स्टेशन को तुरंत बंद कर दिया गया. इसके बाद वसंत विहार, मुनिरका, आरके पुरम और पटेल चौक मेट्रो स्टेशन भी यात्रियों के लिए बंद कर दिए गए.

दिल्ली पुलिस ने कहा

आगजनी और जामिया मिल्लिया परिसर में जबरदस्ती दिल्ली पुलिस के घुसने पर पुलिस ने कहा कि जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय में स्थिति नियंत्रण में है. यह एक हिंसक भीड़ थी, जिनमें से कुछ को हिरासत में लिया गया है. वहीं, परिसर में प्रवेश को लेकर पुलिस ने कहा कि हम केवल हिंसा को नियंत्रित करने गए थे.

उन्होंने बताया कि रविवार दोपहर को दक्षिण दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के पास हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में दाखिल हुई.

दक्षिण पूर्व दिल्ली के पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने चार बसों और दो पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान छह पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं.

उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर के भीतर से पुलिस पर पत्थरबाजी की गई जिसके बाद उन्हें भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.

बिस्वाल ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन उनके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी.

परिसर में घुसकर छात्रों और शिक्षकों से मारपीट, ‘पुलिस की कार्रवाई निंदनीय’

जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के अंदर पुलिस के घुसने पर विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद ने कहा, ‘पुलिस ने बल प्रयोग कर परिसर में प्रवेश किया है. प्रवेश को लेकर उन्हे कोई अनुमति नहीं दी गई थी. हमारे कर्मचारियों और छात्रों को पीटा गया है और परिसर छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है.’

जामिया के वीसी नजमा अख्तर ने पुलिस कार्रवाई को लेकर कहा कि छात्रों को लाइब्रेरी से निकाल लिया गया है. वे अब सुरक्षित हैं. पुलिस कार्रवाई निंदनीय है. इधर, जामिया छात्र संघ ने जामिया नगर में हिंसक प्रदर्शन में छात्रों का हाथ होने से इनकार किया है. जामिया शिक्षक संघ ने भी यही कहा कि उग्र प्रदर्शन में उनके छात्र शामिल नहीं हैं. वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं.

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद खान ने रविवार को दावा किया कि दिल्ली पुलिस के कर्मी बिना अनुमति के जबरन विश्वविद्यालय में घुस गये और कर्मचारियों तथा छात्रों को पीटा गया तथा उन्हें परिसर से जाने को मजबूर किया गया. विश्वविद्यालय की कुलपति नजमा अख्तर ने कहा कि पुस्तकालय के भीतर मौजूद छात्रों को निकाला गया और वे सुरक्षित हैं. उन्होंने पुलिस कार्रवाई की निंदा की.

सूत्रों ने बताया कि दक्षिण दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा होने के तुरन्त बाद पुलिस जामिया मिल्लिया इस्लामिया परिसर में घुस गई और छिपने के लिए परिसर में आये कुछ ‘‘बाहरी लोगों’’ को गिरफ्तार करने के लिए विश्वविद्यालय के द्वारों को बंद कर दिया.

जामिया मिल्लिया छात्रों के समूह के साथ-साथ टीचर्स एसोसिएशन ने भी रविवार की अपराह्र विश्वविद्यालय के निकट हुई हिंसा और आगजनी से खुद को अलग किया है.

पुलिस के साथ युवक छात्रावासों से बाहर आते दिखे जिनके हाथ ऊपर की तरफ उठे हुए थे. उनमें से कुछ ने दावा किया कि पुलिस पुस्तकालय में भी घुसी और छात्रों का ‘उत्पीड़न’ किया.

भाजपा पर भड़के विपक्षी नेता- कहा क्या हो रहा है

गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि हम तोड़-फोड़ किसी भी तरह की हिंसा के खिलाफ है. आज़ाद ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब सरकार ही ऐसी है तो स्टूडेंट का क्या होगा.

वहीं कांग्रेस पार्टी के नेता पवन खेरा ने भाजपा पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार का छात्र-छात्राओं से अजीब सा बैर रहा है. चाहें वो हैदराबाद यूनिवर्सिटी का मामला हो या फिर इलाहाबाद विश्वविद्यालय की बात या फिर बात करें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की बात करें या फिर आज जिस तरह से जामिया विश्वविद्यालय में छात्रों पर लाठियां बरसाई जा रही है. होस्टल में घुसकर छात्रों पर आसूं गैस छोड़े जा रहे हैं..लाइब्रेरी में घुसकर छात्रों को मारा जा रहा है. यह किस तरह की सरकार है? सरकार का काम है देश में शांति बनाए रखना लेकिन यह सरकार क्या कर रही है..

पवन खेरा ने भाजपा पर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि जापान के मंत्री देश का दौरा रद्द कर दिया है…बंगलादेश के मंत्रियों ने दौरा रद्द कर दिया है लेकिन हमारे प्रधानमंत्री झारखंड में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने फिर कहा कि यह कैसी सरकार है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.

 एएमयू में छात्रों का हंगामा और पथराव, विश्वविद्यालय बंद

दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के बाद बढ़े तनाव के बीच अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भी देर शाम बड़ी संख्या में छात्रों ने जबरदस्त हंगामा और पथराव किया. हालात के मद्देनजर विश्वविद्यालय को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी छात्र विश्वविद्यालय के बाब-ए-सर सय्यद गेट पर एकत्र हुए और जगह-जगह लगाई गई बैरिकेडिंग तोड़ डाली और पथराव किया. पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया.

दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प की खबरें मिलने के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर में भी तनाव बढ़ने लगा था. विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रोफेसर अफीफ उल्लाह खान ने बताया कि बाब-ए-सर सैय्यद गेट पर हुए पथराव में कुछ सुरक्षाकर्मियों को चोटें आई हैं. पुलिस ने विश्वविद्यालय परिसर में दाखिल होने के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं.

इस बीच विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने बताया कि मौजूदा हालात के मद्देनजर विश्वविद्यालय को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है और तमाम छात्रावास खाली कराए जा रहे हैं.

share & View comments