scorecardresearch
Thursday, 19 December, 2024
होमदेशअहमदनगर में शोभायात्रा के दौरान दो गुटों में झड़प के बाद हिंसा और तोड़फोड़, भारी संख्या में पुलिस तैनात

अहमदनगर में शोभायात्रा के दौरान दो गुटों में झड़प के बाद हिंसा और तोड़फोड़, भारी संख्या में पुलिस तैनात

शहर में संभाजी महाराज की जयंती के अवसर पर एक शोभायात्रा निकाली गई थी जिसके बाद दो गुटों में हिंसा हुई. इससे पहले अकोला में एक इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर दो गुटों के बीच हिंसा हुई थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी.

Text Size:

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के अहमदनगर में दो गुटों के बीच हिंसा के बाद शहर में माहौल गर्म है. प्रशासन ने चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती कर दी है. बताया जा रहा है कि बीते रविवार को शहर में संभाजी जयंती के अवसर पर जुलूस निकाला गया था. जुलूस जब एक धर्मस्थल के बगल से गुजर रही थी तो नारेबाजी शुरू हुई, जिसके बाद दोनों ओर से पत्थरबाजी शुरू हो गई. मामले के देखते हुए पुलिस ने भीड़ को संभालने के लिए लाठीचार्ज किया. इस पथराव में कई स्थानीय और दो पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी खबर है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक शेवगांव कस्बे में छत्रपति संभाजी महाराज की जयंती के अवसर शोभायात्रा निकाली गई थी. शोभायात्रा के दौरान दो समुदाय के बीच बहस हुई जिसके बाद दोनों ओर से पत्थरबाजी शुरू हो गई. पत्थरबाजी में इलाके की दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई. शोभायात्रा में शामिल लोगों का कहना है कि पत्थरबाजी एक धार्मिक स्थल से शुरू हुई थी.

अकोला में इंटरनेट बंद

इससे पहले महाराष्ट्र के अकोला में एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर दो गुटों में बवाल हो गया था. शनिवार देर रात हुई इस झड़प में एक व्यक्ति की मृत्यु होने की भी खबर है. रात को हुई झड़प के बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर 45 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस घटना में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई जबकि पुलिसकर्मियों सहित लगभग 10 लोगों के घायल होने की भी खबर है. इसके अलावा कई वाहनों में भी आग लगा दी गई थी.

बाद में मामले की गंभीरता को देखते हुए अकोला की जिला मजिस्ट्रेट नीमा अरोड़ा ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर के चार पुलिस थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू करने का आदेश दिया.

वहीं अकोला की एसपी मोनिका रावत ने कहा कि स्थिति अभी नियंत्रण में है. शहर में लगभग 1000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.

पुलिस ने शहर में इंटरनेट भी बंद कर दिया है.

संजय राउत का कटाक्ष

मामले पर बोलते हुए शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने कहा, ‘इस मामले में राज्य के गृह मंत्री को बोलना चाहिए. अगर उन्हें राजनीति से फुर्सत होगी तो वो कानून-व्यवस्था के बारे में सोचेंगे और बोलेंगे. मुझे लगता है कि इस राज्य के गृह मंत्री को महाराष्ट्र के कानून-व्यवस्था से मतलब नहीं है क्योंकि वो 24 घंटे राजनीति में व्यस्त रहते हैं.’


यह भी पढ़ें: चक्रवात ‘मोचा’ बांग्लादेश-म्यांमा के तटों से टकराया, 5 लाख से अधिक लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए


 

share & View comments