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Sunday, 3 November, 2024
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डिस्को संगीत के लिए मशहूर गायक-संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का निधन

बप्पी लाहिड़ी ने 80 और 90 के दशक में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाया.

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नई दिल्ली: भारत में एकदम अलग तरह के संगीत के लिए प्रसिद्ध गायक-संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में निधन हो गया. वह 69 वर्ष के थे.

बप्पी लाहिड़ी का इलाज कर रहे एक डॉक्टर ने बुधवार को उनके निधन की जानकारी दी. लाहिड़ी का जुहू के क्रिटिकेयर हॉस्पिटल में मंगलवार रात को निधन हो गया. वह 69 वर्ष के थे.

बप्पी लाहिड़ी ने 80 और 90 के दशक में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाया.

अस्पताल के निदेशक डॉ. दीपक नमजोशी ने कहा, ‘लाहिड़ी करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दी गयी थी, लेकिन उनकी सेहत मंगलवार को बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को घर बुलाया. उन्हें अस्पताल लाया गया. उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई दिक्कतें थी. उनकी देर रात ओएसए (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया) के कारण मौत हो गई.’

पिछले साल अप्रैल में कोरोना से संक्रमित होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करया गया था.

गृह मंत्री अमित शाह ने उनके निधन पर कहा कि उनके जाने से भारतीय संगीत की दुनिया में एक बहुत बड़ी रिक्तता आई है. बप्पी दा अपने संगीत के लिए हमेशा याद किए जाएंगे.

फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्वीट कर कहा, ‘रॉकस्टार बप्पी लाहिड़ी जी के निधन से दुखी हूं. विश्वास नहीं हो रहा कि मेरे पड़ोस में रहने वाले शख्स का निधन हो गया. आपका संगीत हमारे दिलों में हमेशा रहेगा.’

पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने भी ट्वीट कर कहा कि उनके संगीत के लिए उन्हें याद किया जाता रहेगा.

सोने की मोटी चेन और चश्मा पहनने के लिए पहचाने जाने वाले गायक-संगीतकार ने 70-80 के दशक में कई फिल्मों में गाने गाए जो काफी हिट रहे. इन फिल्मों में ‘चलते-चलते’, ‘डिस्को डांसर’ और ‘शराबी’ शामिल हैं. उनका आखिरी बॉलीवुड गीत 2020 में आयी फिल्म ‘बागी 3’ के लिए ‘भंकस’ था.

शराबी फिल्म के संगीत के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.

बप्पी लाहिड़ी ने संगीत से हटकर राजनीति भी की. 2014 में वह भाजपा में शामिल हुए और श्रीरामपुर से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा लेकिन उन्हें हार मिली थी.


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