जयपुर, 14 फरवरी (भाषा) पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थानी को राज्य की राजभाषा का दर्जा दिए जाने की मांग की है। राजे ने सोमवार को इस बारे में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा।
पत्र में राजे ने कहा, ”राजस्थान की मातृभाषा दुनिया की समृद्धतम भाषाओं में से एक है और यह ना सिर्फ हमारी परंपरा व सांस्कृतिक पहचान है, बल्कि हमारी भावनाओं से भी जुड़ी हुई है।”
उन्होंने गोवा, छत्तीसगढ़ व बिहार जैसे राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा है कि राजस्थानी को भी राज्य की राजभाषा का दर्जा दिया जाना चाहिए। भाजपा की वरिष्ठ नेता ने लिखा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलने से विश्व स्तर पर मरूभूमि को पहचान मिलेगी तथा रोजगार व पर्यटन के अवसर बढ़ेंगे।
इसके साथ ही राजे ने एक अन्य ट्वीट में आरएएस मुख्य परीक्षा का मुद्दा उठाया है। उन्होंने लिखा,”आरपीएससी द्वारा आरएएस मुख्य परीक्षा-2021 के पाठ्यक्रम में बदलाव के कारण अभ्यर्थी तैयारी के लिए अतिरिक्त समय की मांग कर रहे हैं। लेकिन, युवाओं की न्यायसंगत मांग को नहीं मानना कांग्रेस सरकार की हठधर्मिता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री आंदोलनरत अभ्यर्थियों के हित में जल्द फैसला लें!”
भाषा पृथ्वी कुंज
शफीक
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