नयी दिल्ली, दो जुलाई (भाषा) लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को आवंटित बंगला नंबर 1, राज निवास मार्ग पर 59.40 लाख रुपये से अधिक की लागत से विभिन्न कार्य करेगा। एक आदेश में यह जानकारी दी गई है।
आदेश में कहा गया है कि बंगले में विद्युत और सिविल संबंधी कार्य किया जाएगा। आदेश के अनुसार 7.7 लाख रुपये की लागत से 14 स्प्लिट एयर कंडीशनर, 9.9 लाख रुपये की लागत से पांच एलईडी टीवी तथा 1.8 लाख रुपये की लागत से रिमोट कंट्रोल वाले 23 छत के पंखे लगाए जाएंगे।
आदेश में कहा गया है कि 5.74 लाख रुपये की लागत से 14 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और आवास में बिजली बैकअप के लिए यूपीएस सिस्टम भी होगा।
इसके अलावा 91,000 रुपये के छह गीजर, 77,000 रुपये की एक स्वचालित वाशिंग मशीन, 85,000 रुपये की एक टोस्ट ग्रिल और 60,000 रुपये की एक डिशवॉशर शामिल हैं।
आदेश में कहा गया है कि कुल 1.8 लाख रुपये की लागत से 23 छत के पंखे और छह लाख रुपये की लागत से 115 लैंप, हैंगिंग लाइट और तीन बड़े झूमर लगाए जाएंगे। बंगले पर कुल 59,40,170 रुपये खर्च किए जाएंगे।
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार, चार कमरों वाले आवास में मरम्मत और नवीनीकरण का जारी है। इससे पहले बंगले में उपराज्यपाल सचिवालय के अधिकारी रहते थे।
इसी रोड पर बंगला नंबर 2 का इस्तेमाल मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय के रूप में किया जा सकता है। इस बंगले में पहले दिल्ली के पूर्व मंत्री और विधायक गोपाल राय रहते थे।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री की योजना सबसे पहले जनसभाओं के लिए अपना कैंप कार्यालय शुरू करने की है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर अपने सरकारी आवास को आलीशान बनाने के आरोप लगे थे। भाजपा ने केजरीवाल के आवास को ‘शीशमहल’ करार दिया था।
मुख्यमंत्री बनने के बाद गुप्ता ने कहा था कि वह केजरीवाल वाले आवास में नहीं रहेंगी।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि सिविल लाइंस में केजरीवाल का आवास रहे छह, फ्लैगस्टाफ रोड को राजकीय अतिथि गृह बनाया जा सकता है।
भाजपा की नयी सरकार के अधिकतर कैबिनेट मंत्रियों को पहले ही शहर में सरकारी आवास आवंटित किए जा चुके हैं।
भाषा
जोहेब माधव
माधव
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