वाराणसी, 22 जनवरी (भाषा) कथक सम्राट एवं पद्म विभूषण पंडित बिरजू महाराज की अस्थियां शनिवार को वाराणसी में अस्सी घाट के सामने गंगा में वसर्जित की गयीं। पंडित बिरजू महाराज की अस्थि कलश शुक्रवार की रात वाराणसी लायी गयी थी।
वाराणसी पहुंचने के बाद शनिवार की सुबह अस्थि कलश सिगरा के कस्तूरबा नगर कॉलोनी स्थित नटराज संगीत अकादमी परिसर में दर्शन के लिए रखा गया, जहां पर कलाकारों और प्रशंसकों सहित आम लोगों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
बाद में अस्थि कलश को खुले वाहन में रखकर अस्सी घाट लाया गया, जहां पर वैदिक रीति रिवाज से पूजा अर्चना करने के बाद अस्थियों को गंगा की बीच धारा में उनके ज्येष्ठ पुत्र पंडित जय किशन महाराज ने प्रवाहित किया।
अस्थि कलश का दर्शन करने पहुंचे कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा, ‘‘पंडित बिरजू महाराज का निधन भारतीय नृत्य कला में अपूरणीय क्षति है। वह स्वयं में नटराज थे। वह जहां खड़े हो जाते हैं वहां स्वयं नटराज खड़े हो जाते थे।’’
भाषा सं. धीरज
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