जम्मू, 29 अगस्त (भाषा) जम्मू कश्मीर के कटरा क्षेत्र में शुक्रवार को भारी बारिश होने के चलते वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा लगातार चौथे दिन स्थगित रही।
हाल में भूस्खलन के बाद यह यात्रा अस्थायी तौर पर रोक दी गयी थी। भूस्खलन की इस घटना में 34 लोगों की मौत हो गई तथा 20 अन्य घायल हो गए।
यात्रा का प्रबंधन करने वाले श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने मंगलवार को अगले आदेश तक तीर्थयात्रा स्थगित कर दी थी।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मौसम अब भी खराब है, इसलिए तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर यात्रा को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है।’’
कटरा और त्रिकुटा पहाड़ियों पर शुक्रवार सुबह से भारी बारिश हो रही है। अंतिम रिपोर्ट आने तक बारिश नहीं रुकी थी। इन्हीं पहाड़ियों पर वैष्णो देवी मंदिर स्थित है।
तीर्थस्थल के मार्ग में मंगलवार (26 अगस्त) को बादल फटने से हुए भूस्खलन में 34 लोगों की मौत हो गयी थी और 20 अन्य घायल हो गए थे।
श्राइन बोर्ड ने मौसम संबंधी सलाह की अनदेखी कर और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा की कीमत पर यात्रा को जारी रखने की अनुमति देने के आरोपों का खंडन किया है।
उसने दावा किया कि 26 अगस्त को भूस्खलन से पहले ही दोपहर में तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गयी थी।
बृहस्पतिवार रात एक बयान में बोर्ड ने कहा, ‘‘विशेष मौसम संबंधी चेतावनी जारी होने के बाद 26 अगस्त को पूर्वाह्न 12 बजे तक इस मार्ग पर यात्रा स्थगित कर दी गई।’’
इस बीच, यात्रा के फिर से शुरू होने का इंतज़ार कर रहे तीर्थयात्रियों ने बोर्ड से भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की।
पंजाब के तीर्थयात्री संतोष सिंह ने कहा, ‘‘ऐसी दर्दनाक घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए तथा किसी और को ऐसी त्रासदी का सामना नहीं करना चाहिए। मंदिर प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और देखना चाहिए कि क्या उपाय आवश्यक हैं।’’
इस बीच, ‘कटरा होटल एसोसिएशन’ के अध्यक्ष राकेश वजीर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। हम उनके साथ हैं। यात्रा स्थगित होने के कारण फंसे तीर्थयात्री कटरा के होटलों में मुफ्त ठहर सकते हैं।’’
भाषा राजकुमार अविनाश
अविनाश
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