जयपुर, 23 अगस्त (भाषा) राजस्थान में मवेशियों को चर्म रोग ‘लम्पी’ से बचाने के लिए टीकाकरण शुरू किया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि टीकाकरण की शुरुआत चार जिलों से हुई है और जल्द ही बाकी जिलों में भी मवेशियों को टीके लगाए जाएंगे।
पशुपालन विभाग के सचिव पी सी किशन ने बताया,‘‘लम्पी वायरस से होने वाले चर्म रोग से बचाव के लिए सोमवार को मवेशियों का टीकाकरण शुरू हुआ। राज्य को लगभग पांच लाख टीके मिले हैं।’
उन्होंने बताया कि टीकाकरण की शुरुआत भरतपुर, बूंदी, अजमेर एवं कोटा जिलों में की गई है तथा हजारों मवेशियों को टीके लगाए जा चुके हैं और अब भी लगाए जा रहे हैं। उनका कहना था कि टीकों की उपलब्धता के हिसाब से अन्य जिलों में भी यह टीकाकरण शुरू किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि विभाग ने कंपनियों को 10.7 लाख टीकों का ऑर्डर दिया है जिनमें से उसे लगभग पांच लाख टीके मिले हैं। विभाग के अधिकारियों का मानना है कि रोग पर काबू पाने के लिए उसे लगभग 26 लाख टीकों की आवश्यकता होगी।
किशन ने बताया कि यह टीका केवल स्वस्थ पशुओं को लगाया जाएगा तथा संक्रमित हो चुके या संक्रमण के बाद ठीक हो चुके मवेशियों को फिलहाल टीके नहीं लगाए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि विषाणु जनित अति छूतदार इस चर्म रोग के कारण राजस्थान के 30 जिलों में सोमवार तक कुल 644063 पशु प्रभावित हुए हैं। इनमें से 27308 पशुओं की मौत हो चुकी है।
राजस्थान सरकार ने मवेशियों में गांठदार चर्म रोग, लंपी को देखते हुए इससे बचाव के लिए टीके एवं दवाएं खरीदने के लिए 30 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। पशुपालन विभाग ने इस रोग से बचाव एवं उसके रोकथाम के लिए औषधि एवं टीके खरीदने के लिए पशुधन नि:शुल्क आरोग्य योजना के अंतर्गत वित्त वर्ष 2022-23 में 30 करोड़ रूपए के अतिरिक्त प्रावधान का प्रस्ताव दिया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी ।
भाषा पृथ्वी
मनीषा राजकुमार
राजकुमार
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