गोपेश्वर, 11 मई (भाषा) उत्तराखंड में ‘हिमालयन बर्ड काउंट डे’ के मौके पर पक्षियों के प्रमुख स्थल के रूप में विख्यात और चिपको आंदोलन की जन्मस्थली मंडल घाटी में एक दिवसीय ‘एथिकल बर्ड वाचिंग’ कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया।
केदारनाथ कस्तूरी मृग अभयारण्य से लगे घरसारी में आयोजित कॉन्क्लेव में चुनिंदा स्कूली छात्र-छात्राओं के अलावा पक्षी प्रेमी, ‘बर्ड वाचिंग गाइड’, पर्यावरण कार्यकर्ता और वनाधिकारियों ने हिस्सा लिया।
उत्तराखंड वन विभाग के प्रमुख डॉ. धनंजय मोहन ने कॉन्क्लेव में मौजूद लोगों से ‘एथिकल बर्ड वाचिंग’ को आत्मसात करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि ‘बर्ड वाचिंग’ के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है और इस क्षेत्र में स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं बेहतर होती जा रही है।
डॉ. मोहन ने कहा कि हमारा राज्य वन और वन्यजीवों की विविधता से संपन्न है और पूरे देश में पायी जाने वाली पक्षियों की प्रजातियों में से आधी से ज्यादा उत्तराखंड में हैं।
उन्होंने ‘बर्ड वाचिंग’ से रोजगार बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा, “हमें इस तरह की व्यवस्था बनानी है जिसमें इस क्षेत्र से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी मिले और वन और वन्य जीव भी संरक्षित रहे।”
डॉ. मोहन ने स्थानीय स्तर पर ‘बर्ड वाचर गाइड’ का कार्य कर रहे प्रोफेशनल गाइडों का आह्वान किया कि पक्षी अवलोकन के दौरान ऐसी कोई भी गतिविधि न स्वयं करें और ना ही साथ आए पर्यटकों को करने दे, जिससे पक्षियों के प्राकृतिक व्यवहार पर असर पड़ता हो।
उन्होंने इस संबंध में पूर्वोत्तर राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां कई इलाकों में पक्षी अवलोकन के दौरान पक्षियों की कृत्रिम आवाज के द्वारा उनके व्यवहार को विचलित किए जाने की घटनाओं से संकटापन्न स्थिति में पहुंच चुके दुर्लभ पक्षियों के जीवन पर सकंट खड़े होने की रिपोर्ट आयी है।
अधिकारी ने ‘बर्ड वाचिंग गाइड’ के रूप में कार्य कर रहे यशवंत नेगी के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस इलाके में उन्होंने जो कार्य किया है, वह बर्ड वाचिंग गाइड व्यवसाय अपनाने वाली नई पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है।
इस अवसर पर केदारनाथ वन्यजीव वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी एस तरुण ने कहा कि भविष्य में भी इस तरह की गतिविधियां संचालित की जाएंगी।
भाषा सं दीप्ति जितेंद्र
जितेंद्र
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.