पिथौरागढ़, 25 अप्रैल (भाषा) उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में आदि कैलाश यात्रा आधिकारिक रूप से दो मई को एक पारंपरिक धार्मिक समारोह के साथ शुरू होगी। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
धारचूला के उपजिलाधिकारी मंजीत सिंह ने बताया कि यात्रा के लिए ‘इनर लाइन परमिट’ जारी करने का कार्य धारचूला में 30 अप्रैल से शुरू किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यात्रा का संचालन दो चरणों में 30 अप्रैल से 30 जून तक और मानसून के बाद 15 सितंबर से 15 नवंबर तक दो चरणों में किया जाएगा।
उपजिलाधिकारी ने बताया, “प्रत्येक श्रद्धालु को ‘इनर लाइन परमिट’ जारी करने के लिए केवल चार दिन का समय ही दिया गया है, ताकि मौके पर भीड़भाड़ न हो। तीर्थयात्री चोटी की झलक देखेंगे और आधार शिविर पर लौट आएंगे ताकि दूसरे श्रद्धालुओं को भी मौका मिल सके।”
उन्होंने बताया कि ज्यादातर श्रद्धालुओं के आदि कैलाश के रास्ते में गुंजी, नपालचू और कुटी गांवों में ‘होम स्टे’ में रूकने की उम्मीद है।
अधिकारी ने बताया कि पांगला, कुटी और आदि कैलाश में चिकित्सकीय आपातकालीन स्थिति के लिए तीन एंबुलेंस खड़ी रहेंगीं।
सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष आदि कैलाश तीर्थयात्रा के लिए 32000 से अधिक श्रद्धालु पहुंचे थे और प्रशासन को इस बार और अधिक तीर्थयात्रियों के पहुंचने की उम्मीद है।
भाषा सं दीप्ति जितेंद्र
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