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Monday, 1 September, 2025
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उत्तराखंड: थराली में अतिवृष्टि से बरसाती नाले में आई बाढ़ के कारण युवती की मौत, एक व्यक्ति लापता

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गोपेश्वर, 23 अगस्त (भाषा) उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली में अतिवृष्टि के कारण बरसाती नाले टूनरी गधेरे में आई बाढ़ से तहसील कार्यालय समेत आसपास के क्षेत्रों के बाजारों और मकानों में मलबा भर गया जिससे एक युवती की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति लापता हो गया।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने शनिवार को यह जानकारी दी।

एक अधिकारी ने बताया कि घटना में 30 से अधिक लोग घायल भी हो गए जिनमें से छह की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हेलीकॉप्टर की मदद से एम्स, ऋषिकेश भेजा गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताते हुए लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की और कहा कि सरकार इस मुश्किल घड़ी में थराली के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार मध्यरात्रि के बाद करीब एक बजे यह घटना हुई जब अतिवृष्टि के कारण बरसाती नाला उफान पर आ गया। इससे थराली के तहसील कार्यालय, चेपड़ों बाजार, कोटदीप बाजार तथा आसपास के क्षेत्रों के कई मकानों और दुकानों में एक से दो फुट तक मलबा भर गया।

इसके अनुसार, सागवाड़ा गांव में एक मकान में मलबा आने के कारण उसके नीचे दबकर एक युवती की मौत हो गई जिसका शव बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा, पास में स्थित चेपड़ों बाजार में एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना है जिसकी तलाश की जा रही है।

मलबे में कुछ वाहन भी दब गए हैं जबकि एसडीएम आवास भी क्षतिग्रस्त हो गया।

मुख्यमंत्री धामी ने मलबे में दबने से युवती की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया तथा लापता व्यक्ति के सुरक्षित एवं सकुशल होने की कामना की है।

उन्होंने आपदा को अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि राहत एवं बचाव दल मौके पर पहुंचकर कार्यों में जुटे हैं और वह स्वयं लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं।

मुख्यमंत्री ने चमोली के जनप्रतिनिधियों से भी फोन पर बात कर घटना से हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी ली। धामी ने उनसे राहत एवं बचाव कार्यों में जिला प्रशासन का सहयोग करने का अनुरोध किया।

प्रदेश के आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि 10-12 मकानों में अत्यधिक मलबा आया तथा 20-25 मकानों में आंशिक जल भराव और मलबा आया। उन्होंने बताया कि दो मकान पूर्णतः क्षतिग्रस्त हुए हैं।

सचिव ने बताया कि आसपास की सड़कों और मार्गों पर भी काफी मलबा जमा है जिसे हटाने के लिए पांच जेसीबी मौके पर कार्य कर रही हैं। अतिवृष्टि से कुल 10 मुख्य मार्ग बाधित हुए हैं जबकि विद्युत खंभों व तारों को भी क्षति पहुंची है और फिलहाल क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बंद की गई है जिसे स्थिति सामान्य होने पर ही सुचारू किया जाएगा।

सुमन ने बताया कि गौचर में हेलीकॉप्टर को तैयार रखा गया है लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाए।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में मौके पर चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी और पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार के नेतृत्व में जिला प्रशासन, पुलिस, जिला आपदा प्रबंधन दल, अग्निशमन सेवा, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), भारत तिब्बत सीमा पुलिस सहित विभिन्न एजेंसियों के लगभग 150 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी राहत एवं बचाव कार्यों में युद्धस्तर पर जुटे हैं।

मौके पर राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे जिलाधिकारी ने लोगों से सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की है।

मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी जारी किए जाने के बाद, जिला प्रशासन ने थराली सहित तीन विकासखंडों के सभी स्कूलों में शनिवार के लिए अवकाश घोषित कर दिया था।

प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि हादसे में गंभीर रूप से घायल छह मरीजों को शीघ्र उपचार उपलब्ध कराने के लिए हेलीकॉप्टर से एम्स, ऋषिकेश भेजा गया जबकि दो दर्जन से अधिक घायलों का मौके पर ही उपचार किया गया।

अधिकारियो ने बताया कि घटना में लगभग 150 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जिन्हें फिलहाल तहसील परिसर में ठहराया गया है। उनके लिए भोजन, पानी, चिकित्सा के साथ ही अन्य मूलभूत जरूरतों की व्यवस्था की गई है।

वहीं, जिलाधिकारी ने कुलसारी में सतलुज जल विद्युत निगम के विश्राम गृह व कार्यालय परिसर तथा देवाल में गढ़वाल मंडल विकास निगम के भवन में तत्काल प्रभाव से राहत शिविर स्थापित करने के आदेश दिए हैं।

भाषा दीप्ति शफीक

शफीक

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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