लखनऊ, 16 अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जंगलों में आग लगने की घटनाओं में कमी लाने के लिए उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। भारतीय वन सर्वेक्षण (एफएसआई) द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गयी।
बयान में बताया गया कि 14 अप्रैल की स्थिति के मुताबिक, 2020-21 में वन में आग लगने की 10,275 घटनाएं हुई थीं, जो 2024-25 में घटकर महज 2,597 रहीं।
भारतीय वन सर्वेक्षण (एफएसआई) ने पिछले दिनों राज्यों के साथ बैठक की थी, जिसमें वन में आग लगने की घटनाओं को रोकने में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार के प्रयासों की सराहना की गई।
एफएसआई ने माना कि उत्तर प्रदेश ने जंगल में लगी आग को पता करने और उसे जल्द से जल्द (24 घंटे) बुझाने में सबसे बेहतर कार्य किया है।
लखनऊ मुख्यालय स्थित अग्नि नियंत्रण सेल के नोडल अधिकारी पीपी सिंह ने बताया कि यह प्रकोष्ठ 24 घंटे मुस्तैद है, जिसके लिए आठ-आठ घंटे की तीन-तीन पाली में कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कहीं भी वन में आग से जुड़ी घटनाओं की सूचना आमजन लखनऊ में हेल्पलाइन नंबर 0522-2977310 पर दे रहे हैं।
अधिकारी ने बताया कि वहीं जिला अधिकारी इन सूचनाओं पर कार्रवाई शुरू करने के साथ ही मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना भेज रहे हैं।
सिंह के मुताबिक, वनों में आग लगने की सूचना उनके मोबाइल नंबर 9452162054 पर भी दी जा सकती है या फिर सभी जिलों में स्थानीय हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराये गये हैं।
उन्होंने बताया कि वन में आग लगने की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल तक पहुंचने के समय को कम किया गया है, जिससे इन घटनाओं को रोकने में काफी हद तक प्रदेश ने सफलता प्राप्त की है।
सिंह ने बताया कि प्रदेश में 2022 में 24 घंटे में जहां 55.78 फीसदी घटनाओं को रोकने में सफलता मिलती थी, वहीं 2023 में 74.99 फीसदी घटनाओं पर अंकुश पाया गया।
उन्होंने बताया कि तेजी से कार्य करते हुए सरकार की निगरानी से 2024 में 80.08 फीसदी घटनाओं में कमी दर्ज की गयी।
भाषा राजेंद्र जितेंद्र
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