अलीगढ़ (उप्र), 19 अप्रैल (भाषा) अलीगढ़ पुलिस ने 39 वर्षीय महिला और उसकी बेटी के मंगेतर को करीब 48 घंटे की पूछताछ और परामर्श सत्र के बाद शुक्रवार देर रात रिहा कर दिया। महिला, अपनी बेटी के मंगेतर के साथ ही भाग गई थी।
मनोहरपुर गांव की निवासी सपना देवी (39) और राहुल (25) को बुधवार शाम को गिरफ्तार किया गया, जब दोनों ने 10 दिन तक फरार रहने के बाद स्थानीय पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया।
दोनों इस बात पर अड़े थे कि उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया है और कोई भी सपना को उसके पति और बच्चों के पास वापस जाने के लिए मजबूर नहीं कर सकता।
शुक्रवार रात दोनों की रिहाई के बाद पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अमृत जैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दोनों वयस्क हैं और कानून में ऐसा कुछ भी नहीं है जो उन्हें अपना मन बदलने के लिए मजबूर करे। इसलिए हमने उन्हें रिहा करने का फैसला किया।’’
दो दिन तक सपना देवी के पति जितेंद्र और उनके तीन बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ग्रामीणों और पड़ोसियों ने मंडराक पुलिस स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया और उन पर वापस लौटने का दबाव बनाया।
सपना के परिवार के सदस्यों ने संवाददाताओं से कहा कि अगर वह ‘‘अपने किए पर खेद व्यक्त करती है तो हम उसे माफ करने और स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।’’
उसके परिवार ने मांग की कि अगर वह फिर भी नरम पड़ने से इनकार करती है तो ‘‘उसे पांच लाख रुपये और गहने वापस करने के लिए कहा जाना चाहिए जो वह कथित तौर पर भागते समय लेकर भाग गई थी।’’
सपना के गांव मनोहरपुर के कई ग्रामीणों ने भी आरोप लगाया है कि राहुल का इस तरह की शरारती गतिविधियों का पिछला रिकॉर्ड रहा है।
भाषा सं जफर खारी
खारी
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