लखनऊ, 16 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार वाराणसी, कानपुर, मिर्जापुर, बरेली और अलीगढ़ जिलों में नई ‘माइक्रोबायलॉजी लैब’ की स्थापना करेगी। एक आधिकारिक बयान में शुक्रवार को यह जानकारी दी गयी। बयान के मुताबिक, लखनऊ और मेरठ के बाद अब वाराणसी, कानपुर, मिर्जापुर, बरेली और अलीगढ़ जैसे प्रमुख जिलों में भी ‘माइक्रोबायलॉजी लैब’ स्थापित की जा रही हैं।
बयान में बताया गया कि यह प्रयोगशालाएं न केवल खाद्य और औषधि पदार्थों की गुणवत्ता की वैज्ञानिक जांच के लिए उपयोगी होंगी बल्कि इससे जनस्वास्थ्य से जुड़े मामलों में भी त्वरित और सटीक कार्रवाई संभव हो सकेगी।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की विशेष सचिव रेखा सिंह चौहान ने बताया कि वाराणसी में निर्मित ‘माइक्रोबायलॉजी लैब’ का कार्य पूरा हो चुका है और 31 मई से संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह पूर्वांचल के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी, क्योंकि अब इस क्षेत्र के नागरिकों को बैक्टीरिया, वायरस, फंगस और सूक्ष्म पैथोजन से जुड़ी जांच के लिए दूसरे शहरों या राज्यों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
रेखा सिंह ने बताया कि इसके अलावा कानपुर, मिर्जापुर, बरेली और अलीगढ़ में भी ऐसी ही अत्याधुनिक ‘माइक्रोबायलॉजी लैब’ की स्थापना हेतु भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (फिक्की) द्वारा बजट स्वीकृत कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि टेंडर प्रक्रिया जारी है और निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा।
बयान में बताया गया कि विभाग का लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक इन सभी जिलों में ‘माइक्रोबायलॉजी लैब’ पूरी तरह से क्रियाशील हो जाएं।
भाषा आनन्द जितेंद्र
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