आजमगढ़ (उप्र), 11 अप्रैल (भाषा) समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर करणी सेना को ‘‘प्रोत्साहित’’ करने का आरोप लगाया और कहा कि इस समूह की ‘‘गैर कानूनी और अराजकता वाली’’ गतिविधियों को राज्य सरकार का समर्थन है।
हाल में सपा सांसद रामजी लाल सुमन की राणा सांगा पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर करणी सेना ने व्यापक विरोध अभियान शुरू किया है।
आजमगढ़ के सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे के दौरान राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर जमकर हमला बोला।
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सरकार पर सीधा आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ‘‘करणी सेना को सरकार ही चला रही है। जिस तरह की अराजकता और गैर कानूनी रास्ता अख्तियार किया हुआ है, अगर सरकार चाहे तो यह समूह एक घंटे भी न चले, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद (इसको) प्रोत्साहित कर कर रहे हैं।’’
सपा सांसद ने कहा, ‘‘वे पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन, समाजवादियों, समाज के पिछड़े, दबे कुचले और दलितों के साथ कुछ अन्याय व अत्याचार कर लेंगे तो ये उनकी गलतफहमी है।’’
यादव ने कहा, ‘‘सुमन जी दलित समाज का प्रतिनिधित्व करते है, अगर उन्होंने कोई बात साक्ष्यों के आधार पर कह दी है तो उस पर चर्चा और बहस हो सकती है, लेकिन करणी सेना ने जो रास्ता अख्तियार किया है वह कहीं से भी लोकतांत्रिक और कानून सम्मत नहीं है।’’
सपा सांसद ने कहा, ‘‘पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) परिवार के लोग उनकी इस अराजकता को किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेंगे।’’
हाल ही में पारित वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर सांसद धर्मेन्द्र यादव ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘वर्तमान में जो सरकार है इस पर आप विश्वास नहीं कर सकते। उपासना स्थल अधिनियम 1991 का उल्लंघन कर सरकार ने प्रदेश में कितने जगह, अशांति, अराजकता, तनावपूर्ण माहौल बना दिया है। यह सरकार द्वारा पूर्व नियोजित है।’’
यादव ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘इस सरकार के किसी भी आश्वासन को आप स्वीकार नहीं कर सकते। अगर कानून में कोई बात आ गई होती तो जरूर मान लेते। अगर सरकार की नीयत साफ है तो फिर कानून में उसे शामिल करने में आपत्ति क्या थी?’’
सांसद ने कहा, ‘‘सरकार की मंशा है कि मुसलमान भाइयों की जमीनों को छीन लिया जाए। बहाने क्या बना रहे हैं कि किराया नहीं आ रहा, आमदनी नहीं है, कैसी सरकार है ये। कोई कब्रिस्तान से निकलकर टैक्स देगा क्या?’’
उन्होंने आरोप लगाया कि वक्फ अधिनियम जमीनों से छेड़छाड़ और उसके अधिकार को चुनौती करने के लिए ही लाया गया है।
भाषा सं आनन्द खारी
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