नई दिल्ली: रविवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष अवधेश कटियार का पैर छूना चर्चा का विषय बना हुआ है. पीएम मोदी उन्नाव पार्टी के प्रचार के लिए पहुंचे थे लेकिन वहां एक ऐसा वक्त आया कि वो भाजपा के जिला अध्यक्ष अवधेश कटियार के पैर छुए. हालांकि, पीएम का किसी का पैर छूना पहली घटना नहीं है. समय समय पर वो अलग अलग लोगों के पैर छूते रहे हैं और लोगों को सम्मानित करते हुए अपने शिष्टाचारी होने का परिचय देते रहे हैं.
रविवार को यूपी में विधानसभा के तीसरे चरण का मतदान चल रहा था वहीं 23 फरवरी को होने वाले चौथे चरण की तैयारी में राजनीतिक पार्टियां जुटी हुईं हैं. इसी सिलसिले में पीएम एक जनसभा को संबोधित करने उन्नाव पहुंचे थे इसी बीच पीएम को राम दरबार भेंट करने के लिए पार्टी के जिलाध्यक्ष मंच पर पहुंचे. कटियार ने भेंट देने के बाद पीएम मोदी के पैर छुए इसके बाद पीएम ने उन्हें ऐसा न करने का इशारा भी किया लेकिन अभी कोई और कुछ समझ पाते उससे पहले पीएम खुद कटियार के पैरों पर झुक गए और उनके पैर छू लिए.
एक कार्यकर्ता के पैर सिर्फ मोदीजी ही छू सकते है
वजह ये है कि श्रीराम की मूर्ति देने वाले से खुद के पैर नहीँ छुआ सकते pic.twitter.com/SiJQQrdC9s
— Arun Yadav (@beingarun28) February 20, 2022
यह सम्मान समस्त नारी शक्ति का सम्मान है । गर्व है हम सभी को अपने प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी पर । pic.twitter.com/L989Wp8Ukl
— Vanathi Srinivasan (@VanathiBJP) December 15, 2021
पीएम छत्तीसगढ़ में स्वच्छ भारत अभियान से जुड़े एक कार्यक्रम में गए थे तब उन्हें एक महिला से मिलवाया गया था जिसकी उम्र 104 साल थी. यह महिला कुंवर बाई थीं जिन्होंने घर में शौचालय बनवाने के लिए अपनी बकरियां बेच दीं थीं. बाद में एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने उन्हें पुरस्कृत करते हुए उनके पैर छुए थे.
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इससे पहले बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी कार्यकर्ताओं के आगे मंच पर झुके थे. मामला कुछ मार्च 2021 का है जब बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान टीएमसी को हराने के लिए भाजपा जी तोड़ मेहनत कर रही थी इस दौरान भी कुछ कार्यकर्ताओं ने पीएम का मंच पर पैर छूने की कोशिश की तब पीएम ने उन्हें रोकने के लिए उनके पैरों में झुक गए थे.
भाजपा एक ऐसा सुसंस्कृत संगठन है, जहां कार्यकर्ताओं में एक-दूसरे के प्रति समान संस्कार का भाव रहता है।
पश्चिम बंगाल में चुनावी रैली के दौरान मंच पर जब एक भाजपा कार्यकर्ता पैर छूने आया, तो पीएम श्री @narendramodi ने भी पैर छूकर कार्यकर्ता का अभिवादन किया।#BanglarUnnotiteBJPChai pic.twitter.com/QDGSKNqbBb
— BJP (@BJP4India) March 24, 2021
ऐसा ही एक मामला जनवरी 2020 का था जब पीएम ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के स्थापना के 150वें वर्ष पर आयोजिम कार्यक्रम में मंच पर पहुंचने पर रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन का चेक सौंपते हुए एक बुजुर्ग के पैर छूते नजर आए थे.
केशुभाई पटेल और प्रकाश सिंह बादल के भी छुए हैं पैर
इससे पहले पीएम मोदी ने गुजरात के पूर्व सीएम केशुभाई पटेल के भी पैर छू लिए थे. बता दें कि पीएम मोदी अपना राजनैतिक गुरू मानते हैं. अडालज में मार्च 2019 में शिक्षण भवन और विद्यार्थी भवन शिलान्यास कार्यक्रम में मंच पर कुछ ऐसा हुआ जब पीएम मोदी सभी से हाथ मिलाते हुए उनके पास आए तो उन्होंने झट से झुककर केशुभाई पटेल के पैर छू लिए.
पीएम मोदी 2019 के आम चुनाव से पहले जब नामांकन करने वाराणसी गए थे तब उन्होंने नामांकन भरने जाने से पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का पैर छुआ था.
इसी समय पीएम ने अपने प्रस्तावकों से मुलाकात की थी. बता दें कि जब कोई चुनाव के लिए नामांकन भरने जाता है तो उसे चार प्रस्तावक की आवश्यकता होती है. 2019 के चुनाव में पीएम के चार प्रस्तावकों में एक महिला भी थीं जिनके पैर मोदी ने छुए थे. उस दौरान कौन है वो महिला को लेकर काफी चर्चा हुई थी. वो महिला थीं पाणिनि कन्या महाविद्यालय की प्रिंसिपल अन्नपूर्णा शुक्ला.
‘पैर छुए’ आडवाणी के पैर छू लिए थे आशीर्वाद
बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सबसे पहले नरेंद्र मोदी ने लाल कृष्ण आडवाणी के पैर छुए थे. मामला सितंबर 2013 का है जब भोपाल की एक रैली में उन्होंने मंच पर आडवाणी को गुलदस्ता भेंट करते हुए उनके पांव छूकर आशीर्वाद लिया था.
पीएम मां और भाई के पैर तो छूते ही हैं
प्रधानमंत्री अपने हर जन्मदिन पर मां हीराबेन से आशीर्वाद लेने गांधीनगर जाते हैं. लेकिन जब गुजरात चुनाव के दूसरे चरण 14 दिसंबर, 2017 को साबरमती विधानसभा क्षेत्र के राणिप गए थे तब वो गाड़ी से उतर पोलिंग बूथ संख्या 115 में वोट डालने गए थे. तभी उन्होंने वहां भीड़ में अपने बड़े भाई सोम मोदी को देखा और झट पैर छुए.