नई दिल्ली: लंबे समय से केंद्र सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक के बीच टकराव की खबरों को अब विराम लग गया है. रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि उन्होंने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है.
उन्होंने कहा कि ‘अपने इस पद से मैं तुरंत इस्तीफा दे रहा हूं. रिज़र्व बैंक में कई पदों पर पिछले कुछ सालों से मुझे सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. आरबीआई के स्टाफ, अफसर और मैनेजमेंट की कड़ी मेहनत और समर्थन के कारण रिज़र्व बैंक हाल के वर्षों में इतना कुछ कर पाया है.’
रिजर्व बैंक और केंद्र सरकार के बीच लंबे समय से खींचतान चल रही थी. इसके चलते उर्जित पटेल के बारे में कहा जा रहा था कि वे अपने पद से इस्तीफा देना चाहते हैं.
पटेल के इस्तीफे पर कांग्रेस के वरिष्ठ अहमद पटेल ने कहा, ‘जिस तरह से आरबीआई के गवर्नर को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया, वह भारत के मौद्रिक और बैंकिंग व्यवस्था पर धब्बा है. भाजपा सरकार ने देश में डीफैक्टो वित्तीय आपातकाल लागू कर दिया है. देश की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता दांव पर लगा दी गई है.’
The manner in which the RBI governor has been forced to quit is a blot on India’s monetary & banking system
BJP Government has unleashed a a defacto financial emergency
The country’s reputation and credibility is now at stake
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) December 10, 2018
केंद्र सरकार के पास रिजर्व बैंक कानून की धारा 7 के तहत विशेष अधिकार हैं, जिसका इस्तेमाल करके केंद्र आरबीआई को निर्देश दे सकता है. पिछले सरकार के धारा 7 के इस्तेमाल की खबरें आई थीं, जिसके बाद यह कहा जा रहा था कि यदि सरकार केंद्रीय बैंक को निर्देश देना जारी रखती है तो वे अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उर्जित पटेल के इस्तीफे पर ट्वीट किया, ‘डॉ. उर्जित पटेल बहुत उच्च क्षमता और बड़े आर्थिक मुद्दों की गहरी समझ रखने वाले अर्थशास्त्री हैं. वे बैंकिंग व्यवस्था को उथल पुथल से निकाल कर पटरी पर लाए. उनके नेतृत्व में आरबीआई में स्थिरता आई.’
Dr Urjit Patel is an economist of a very high calibre with a deep and insightful understanding of macro-economic issues. He steered the banking system from chaos to order and ensured discipline. Under his leadership, the RBI brought financial stability.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 10, 2018
अगले ट्वीट में मोदी ने लिखा, ‘डॉ. उर्जित पटेल विश्वसनीय ईमानदारी वाले कट्टर पेशेवर हैं. वे भारतीय रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया में करीब छह साल डिप्टी गवर्नर रहे और फिर गवर्नर रहे. उन्होंने महान विरासत छोड़ी है. हम उन्हें बहुत शिद्दत से याद करेंगे.’
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उर्जित पटेल के इस्तीफे पर कहा, ‘सरकार गंभीर सराहना के अर्थों में उर्जित पटेल की आभारी है कि उन्होंने अपनी क्षमता के साथ आरबीआई के डिप्टी गवर्नर और गवर्नर के रूप में सेवाएं दीं. उनके साथ काम करना और उनकी योग्यता का लाभ उठाना मेरे लिए यह खुशी की बात थी. डॉ. पटेल को बहुत बहुत शुभकामनाएं.’