नई दिल्ली: मध्यप्रदेश में एक मजदूर दंपती को स्कूल के टॉयलेट में क्वारेंटाइन करने का मामला सामने आया है. प्रदेश के गुना जिले के राघोगढ़ की टोडरा ग्राम पंचायत में मजदूर पति-पत्नी को स्कूल परिसर में बने टॉयलेट ही क्वारेंटाइन किया गया. मजदूर दंपती को खाना भी वहीं परोसा गया. जैसे ही फोटो सोशल मीडिया पर वायरस होने लगी जिला प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए.हालांकि स्थानीय प्रशासन ने उन्हें वहां से स्कूल के भवन में शिफ्ट कर दिया है.
राघोगढ़ जनपद सीईओ जितेंद्र सिंह धाकरे दिप्रिंट हिंदी से कहा,’ मजदूर को स्कूल परिसर में रखा गया था. वहां शराब के नशे में पहुंच गया, उसने वहां भोजन भी किया. इसके साथ उसकी पत्नी भी है.’
क्वारेंटाइन सेंटर में शराब कहां मिली इसके सवाल पर धाकरे ने कहा, इस मामले की विस्तृत जांच के लिए अफसरों को कहा गया है. जो भी अफसर दोषी पाए जाते है उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.’
कलेक्टर एस.विश्वनाथ ने दिप्रिंट हिंदी से कहा,’ये व्यक्ति इसका परिवार कुछ वर्ष पहले गांव छोड़कर चले गए थे. कोरोना के बाद इन्हें मजदूरी नहीं मिली तो ये फिर अपने गांव लौटे.’
वह आगे बताते हैं, ‘शनिवार शाम को अपने गांव में रिश्तेदार के घर जाने लगे तो गांव के लोगों ने इन्हें मना किया. उनका कहना था कि कोरोना संक्रमण के चलते ये गांव में नहीं रह सकते है. इनके रिश्तेदारों ने भी घर में जगह नहीं होने के चलते अपने घर में रुकने से मना कर दिया. इसके बाद ये दंपती अपने दोनों बच्चों के साथ शनिवार रात को स्कूल परिसर में ही रुक गए.’
‘रविवार सुबह आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने इनके आने की सूचना हमें दी.फिर हमने इनका चेकअप किया. रविवार दोपहर को यह व्यक्ति कहीं से देशी शराब लेकर आ गया. इसके बाद पीकर वो शौचालय में चला गया.हमने इस व्यक्ति को क्वारेंटाइन नहीं किया है. हमारा प्रयास यह होगा कि इस परिवार के लिए गांव में रहने के लिए उचित प्रबंधन किया जाए.’
दरअसल, मजदूर भैयालाल सहरिया और उनकी पत्नी अपने बच्चों के साथ राजगढ़ जिले में मजदूरी करने के लिए गए थे.इसक बाद वे शनिवार शाम को अपने गांव जामेर पंचायत के टोडरा ग्राम पहुंचे. जैसे ही इसकी जानकारी टोडरा पंचायत के सचिव और रोजगार सहायक को लगी. उनकी जांच पड़ताल की. इसके बाद उन्हें घर या अन्य किसी जगह क्वारेंटाइन करवाना था. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. इसके बाद परिवार के लोग जब मिलने पहुंचे तो उन्हें भी मजदूरों से मिलने नहीं दिया गया. इसके बाद रविवार को कुछ लोगों को स्कूल परिसर नें और कुछ को शौचालय में ही शरण लेनी पड़ी. शौचालय में ही परिवार ने खाना बनाया और वहीं बैठकर खाना भी खाया.
कांग्रेस ने घेरा: शिवराज जी बिल्कुल लज्जा नहीं आती
जैसे ही शौचालय में खाना खाते मजदूर दंपती की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई वैसे ही कांग्रेस पार्टी ने भाजपा और शिवराज सिंह चौहान को सरकार को आड़े हाथों लेना शुरु कर दिया. कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट किया ,’शौचालय में भोजन करने को मजबूर,—सिंधिया के लोकसभा क्षेत्र की तस्वीर: बीजेपी नेता सिंधिया के लोकसभा क्षेत्र गुना की ये तस्वीर है जिसमें गरीब परिवार को शौचालय में क्वारेंटाइन किया गया है. वो जो बात-बात पर सड़क पर उतरते थे, इस बात पर जनता की नज़रों से उतर गये.’
शौचालय में भोजन करने को मजबूर,
—सिंधिया के लोकसभा क्षेत्र की तस्वीर:बीजेपी नेता सिंधिया के लोकसभा क्षेत्र गुना की ये तस्वीर है जिसमें गरीब परिवार को शौचालय में क्वारेंटाइन किया गया है।
वो जो बात-बात पर सड़क पर उतरते थे,
इस बात पर जनता की नज़रों से उतर गये। pic.twitter.com/N3B3tLiTXV— MP Congress (@INCMP) May 4, 2020
पार्टी ने आगे ट्वीट में लिखा है, शिव ‘राज’ में मर गई इंसानियत, शौचालय में भोजन कर रहे पीड़ित: गुना जिले के टोडर ग्राम में मजदूर परिवार को स्कूल के शौचालय में क्वारेंटाइन किया गया है. पति पत्नी शौचालय में खाना खाने को है मजबूर हैं.शिवराज जी,बिल्कुल लज्जा नहीं आती..?’भगवान से थोड़ा-थोड़ा तो डरो’.
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कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे और सीएम दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह ने ट्वीट कर कहा कि,’शिवराज जी बेहद शर्मनाक. प्रशासन के द्वारा ऐसा अमानवीय व्यवहार हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे. घर आए मज़दूरों को इस प्रकार क्वारंटाइन करने के लिए कौन ज़िम्मेदार है? आपसे अनुरोध है कि जल्द से जल्द दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की जाए.’
इमसें कोई सत्यता नहीं: भाजपा
इस मामले में भाजपा के प्रवक्ता और पूर्व सांसद प्रो. चिन्तामणि मालवीय ने दिप्रिंट हिंदी से कहा,’कांग्रेस गलत तरीके से इसकी व्याख्या कर रही है. कोई भी सामान्य बुद्धि का आदमी यह नहीं कर सकता है कि किसी भी व्यक्ति को टॉयलेट में ही रुकवा दे. क्योंकि टॉयलेट इतना बड़ा नहीं होता है कि कोई उसमें कोई आसानी से रह सके. कांग्रेस केवल बात का बतंगड़ बना रही है.इमसें कोई सत्यता नहीं है.वैसे भी जिला प्रशासन ने जांच करवाने की बात की है. जो भी सच होगा जांच के बाद सामने आ जाएगा.’
मध्यप्रदेश में कोरोना के कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदेश में आए दिन संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. 3 मई की शाम को जारी हुए हेल्थ बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में 2837 संक्रमित है. इनमें इंदौर में 1568, भोपाल 532, उज्जैन 156 कोरोना संक्रमित है. वहीं अब तक कोरोना से प्रदेश में 156 मौते हुई है. इनमें इंदौर 76, उज्जैन 30, भोपाल 15 शामिल है. वहीं अब तक कुल 798 मरीज स्वस्थ्य हुए है. इनमें इंदौर 350, भोपाल 237, उज्जैन 18 है.