नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने बुधवार को स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि बैंक खाते से बैंक खाता आधारित यूपीआई भुगतान या सामान्य यूपीआई भुगतान पर कोई शुल्क नहीं लगेगा.
एनपीसीआई ने बयान में कहा कि विक्रेता के ‘पूर्व भुगतान साधन (पीपीआई)’ के जरिये लेनदेन करने पर इंटरचेंज शुल्क लगेगा. हालांकि, यह शुल्क ग्राहकों को अदा नहीं करना होगा.
दरअसल, दिन में निगम ने पीपीआई वॉलेट को अंतर-संचालित (इंटरचेंज) यूपीआई परिवेश का हिस्सा बनाने की मंजूरी दी और पीपीआई के जरिये 2,000 रुपये से अधिक के यूपीआई लेनदेन पर 1.1 प्रतिशत शुल्क लगाया था.
इसमें कहा गया, ‘‘इंटरचेंज शुल्क सिर्फ पीपीआई मर्चेंट लेनदेन पर ही लगेगा, ग्राहकों पर कोई शुल्क नहीं लगेगा. यह भी स्पष्ट किया गया है कि बैंक खाते से बैंक खाता आधारित यूपीआई भुगतान (सामान्य यूपीआई भुगतान) पर कोई शुल्क नहीं लगेगा.’’
पीपीआई के यूपीआई में जुड़ने के बाद ग्राहकों के पास कोई भी बैंक खाता इस्तेमाल करने का विकल्प होगा. बैंक खाते से बैंक खाते में लेनदेन ग्राहकों और विक्रेताओं दोनों के लिए नि:शुल्क होगा.
एनपीसीआई के अनुसार, ग्राहकों और व्यापारियों के लिए हर महीने आठ अरब से अधिक लेनदेन मुफ्त में संसाधित किए जाते हैं. यूपीआई एक मुफ्त, तेज़ और सुरक्षित अनुभव प्रदान करके डिजिटल भुगतान के पसंदीदा तरीके के रूप में उभरा है.
एनपीसीआई प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से रिटेल पेमेंट सिस्टम में नवाचार लाने पर केंद्रित है और भारत को डिजिटल अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए लगातार काम कर रहा है.
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