लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुक्रवार को एक बस कंडक्टर पर कथित तौर पर चाकू से हमला करने वाले एक कॉलेज छात्र ने इसके तुरंत बाद एक वीडियो बनाया, जिसमें दावा किया गया कि कंडक्टर “मुसलमानों को गालियां दे रहा था”.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में आरोपी कथित तौर पर चाकू लहराते हुए कह रहा है कि उसने कंडक्टर पर चाकू से हमला किया है.
20 वर्षीय छात्र, जिसकी पहचान लारेब हाशमी के रूप में हुई है, को बाद में शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि 23 वर्षीय कंडक्टर हरिकेश विश्वकर्मा, गर्दन और हाथों पर लगी चोटों के इलाज के लिए अस्पताल में है. यमुनानगर पुलिस के अनुसार, हाशमी को पकड़ने गई पुलिस पर उसने गोलियां भी चलाईं, जिसके बाद पुलिस ने भी “रक्षात्मक गोलीबारी” की, जिसमें हाशमी के पैर में गोली लगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनाइटेड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड रिसर्च में बीटेक फर्स्ट ईयर का छात्र हाशमी को कॉलेज से निलंबित कर दिया गया है.
यमुनानगर के पुलिस उपायुक्त अभिनव त्यागी ने एक बयान में कहा, “सूचना मिली थी कि लारेब हाशमी नाम के युवक ने किराए को लेकर हुए विवाद में सिटी बस कंडक्टर को चाकू से घायल कर दिया है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.”
डीसीपी ने कहा, “पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल ले गई. औद्योगिक क्षेत्र थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जब आरोपी को चाकू बरामद करने के लिए ले जाया गया तो उसने पहले से छिपाए हुए हथियार से पुलिस पर गोली चला दी. इसके बाद रक्षात्मक गोलीबारी में उनके पैर में गोली लगी और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया. उससे पूछताछ के लिए एक राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है.”
IPC की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत दर्ज प्राथमिकी में, कंडक्टर के पिता राम शिरोमणि विश्वकर्मा ने आरोप लगाया है कि एक अज्ञात युवक ने उनके बेटे पर उस समय चाकू से हमला किया जब वह सिटी बस में किराया ले रहा था.
FIR में कहा गया, “अज्ञात युवक ने मेरे बेटे की गर्दन पर हमला किया जिससे उसकी गर्दन, दाहिने हाथ और बाएं हाथ पर गंभीर चोटें आई हैं. उसी बस में यात्रा कर रहे नंदन यादव ने इस घटना को देखा और मेरे बेटे को अस्पताल ले गए.”
सहायक पुलिस आयुक्त (करछना) अजीत सिंह चौहान ने कहा कि हाशमी ने हरिकेश पर हमला करने की योजना बनाई थी क्योंकि वह घटना से तीन दिन पहले हरिकेश द्वारा की गई एक आपत्तिजनक टिप्पणी से नाराज था.
चौहान ने कहा, “तीन दिन पहले एक अन्य बस कंडक्टर, जिसकी पहचान साजिद के रूप में हुई और एक यात्री के बीच बहस हुई थी. हरिकेश ने एक समुदाय के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिसे हाशमी ने सुन लिया था और इससे वह नाराज हो गया था. इस टिप्पणी पर बाद कंडक्टर के दोस्त हंसने लगे थे. हाशमी ने तब हरिकेश पर हमला करने का फैसला किया और अपने बैग में चाकू लेकर आया.”
दिप्रिंट से बात करते हुए शिरोमणि ने कहा कि उन्हें यात्रियों और बस स्टाफ ने घटना की जानकारी दी. उन्होंने कहा, “वह (हरिकेश) किराया इकट्ठा कर रहा था और युवाओं को पैसे लौटाने वाला था. जब उसने पैसे निकालने के लिए बैग में हाथ डाला तो युवक ने उसकी गर्दन पर चाकू से वार कर दिया. यह बात सहयात्रियों ने हमें बताई. उसी बस में यात्रा कर रहे एक अन्य कंडक्टर ने हरिकेश को अस्पताल पहुंचाया.”
प्रयागराज के एक पुलिस अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि हाशमी ने अपने पिता के पोल्ट्री फार्म से चाकू लिया था और यूपी आतंकवाद विरोधी दस्ते ने शनिवार को उससे पूछताछ की थी.
‘आरोपी रोज का यात्री था’
दिप्रिंट से बात करते हुए, प्रयागराज सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस के अकाउंटेंट राहुल यादव ने कहा कि हाशमी इसी बस रूट पर रोज यात्रा करता था.
उन्होंने काहा, “वह नियमित रूप से शांतिपुरम से यूनाइटेड कॉलेज तक आता-जाता था. कंडक्टरों ने उसे कई बार बस में देखा था.”
राहुल के अनुसार, जब हाशमी ने हरिकेश पर हमला किया, तो बस में मौजूद दो अन्य युवकों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने उन पर भी हमला कर दिया.
उन्होंने कहा, “दूसरे बस कंडक्टर नंदन यादव भी हाथापाई में घायल हो गए. हाशमी बस से कूद गए और ऑटो में यात्रा कर रहे एक यात्री ने सड़क पर दौड़ते हुए उनका वीडियो रिकॉर्ड किया.” ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है.
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राहुल ने कहा कि हरिकेश की गर्दन के दाहिने हिस्से में गंभीर चोटें आई हैं और उनके दाहिने हाथ की एक उंगली भी टूट गई है.
उन्होंने कहा, “मुझे घटना के बारे में सुबह 9 बजे के आसपास जानकारी मिली क्योंकि दो निजी अस्पतालों ने हरिकेश को एडमिट करने से इनकार कर दिया था. मैंने परिवहन विभाग के अपने सहयोगियों और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर उसे स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया.”
हमलावर ने पाकिस्तानी संगठन के संस्थापक का जिक्र किया है
अपने वीडियो में आरोपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिक्र करते हुए कहा कि “किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि वे शासन कर रहे हैं क्योंकि उनके (मुसलमानों के) दिलों पर मुस्तफा (पैगंबर मुहम्मद के नामों में से एक) द्वारा शासन किया जा रहा है.”
उन्हें यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि जो कोई भी “हुजूर” (पैगंबर का जिक्र करते हुए) के खिलाफ बात करेगा उसे मार दिया जाएगा.
आरोपी ने आगे तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के संस्थापक दिवंगत पाकिस्तान विद्वान खादिम हुसैन रिज़वी का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने “इस्लाम के दुश्मनों के शवों का ढेर” मांगा था.
रिज़वी पर आतंकी आरोप में मामला दर्ज किया गया था और उनके संगठन पर पाकिस्तान ने 2021 में प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि, उस वर्ष बाद में प्रतिबंध हटा दिया गया था.
आरोपी कथित तौर पर अपने द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में कहता है, “या खादिम हुसैन रिज़वी, आपने फरमाया था, अल्लाह की राह पर निकलो…फ़रिश्ते आयेंगे… एक कत्ल नहीं करना… दुश्मन इस्लाम दे… लशान दे ढेर लगा दें (खादिम हुसैन रिज़वी, आपने कहा था कि हमें अल्लाह के रास्ते पर चलना चाहिए और फ़रिश्ते आएंगे. हमें इस्लाम के एक दुश्मन को नहीं मारना है… शवों का ढेर बनाना है).”
(संपादन : ऋषभ राज)
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