लखनऊ: मजदूरों व श्रमिकों को उनके घर भेजने के लिए ट्रेनें शुरू की गई हैं लेकिन कई जगह मजदूर सड़क के रास्ते ही निकल पड़े हैं. बीते रविवार को यूपी-राजस्थान बॉर्डर पर ऐसे ही मजदूरों के कारण दोनों राज्यों की पुलिस आपस में भिड़ गई. दरअसल सैकड़ों की संख्या में बिहार-झारखंड के मजदूर राजस्थान से यूपी की ओर निकल पड़े, उन्हें यूपी के रास्ते अपने घर जाना था.
इसी बीच मथुरा-भरतपुर बॉर्डर पर उन्हें रोककर वापस भेजा जाने लगा तो भरतपुर (राजस्थान) के पुलिस वाले वहां पहुंचे और उन्हें मथुरा जाने को कहने लगे जिसके बाद दोनों राज्यों की पुलिस में विवाद शुरू हो गया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
राजस्थान और यूपी के मथुरा बॉर्डर पर दोनों प्रदेशों की पुलिस के बीच भिड़ंत हुई है भिड़ंत का मुद्दा यह था
कि राजस्थान पुलिस यूपी झारखंड और बिहार के लोगों को यूपी बॉर्डर से प्रवेश करा रही थी जिसका मथुरा पुलिस ने विरोध किया आपस में भीड़ गए और दरोगा जी हाथ भी तोर दी,
@kunalkamra88 pic.twitter.com/72UyHw3cpL— Nida Fatima (Khan) (@Nidafatima0786) May 10, 2020
ये विवाद हाथापाई तक पहुंच गया जिसमें दो पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें भी आईं. वायरल वीडियो में दोनों जिलों की पुलिस को साफ भिड़ते हुए देखा जा सकता है. दोनों जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने वहां पहुंचकर माहौल शांत कराया.
दिप्रिंट को मिली जानकारी के मुताबिक, मथुरा के थाना मगोर्रा की पुलिस ने बिहार-झारखंड के मजदूरों को यूपी में घुसने से इसलिए रोका क्योंकि इनकी न तो थर्मल स्कैनिंग हुई थी और प्रशासन को जो जानकारी दी गई थी उससे अधिक मजदूर वहां पहुंचा दिए गए. जब ये मजदूर वापस भरतपुर की ओर मुड़े तो वहां की पुलिस ने मथुरा जाने को बोल दिया. अब बेबस मजदूर क्या करते. वे वहीं जमीन पर बैठ गए.
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दोनों तरफ की पुलिस एक दूसरे पर उकसाने का आरोप लगाती रही. मथुरा पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो राजस्थान में फंसे मजदूरों को कई दिन से बसों से भरकर यूपी बॉर्डर पर भेजा जा रहा था. उनको भरतपुर के पास उतार दिया जाता था जिसके बाद रविवार को कुछ मजदूरों ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद दोनों तरफ की पुलिस आमने-सामने आ गई. इस दौरान मथुरा के दो पुलिसकर्मी घायल हो गए.
मथुरा के जिला अधिकारी सर्वज्ञराम मिश्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मजदूर काफी दिनों से आ-जा रहे हैं लेकिन इस बीच सुबह राजस्थान पुलिस के कुछ अधिकारियों का हमारे पुलिस अधिकारियों के साथ कुछ विवाद हो गया था जिसे सुलझा लिया गया है. अब ये तय किया गया है कि जब तक स्थितियां साफ नहीं हो जाती हैं, कोई मजदूर नहीं भेजा जाएगा. अब कोई विवाद नहीं है. भरतपुर के अधिकारियों ने भी मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.