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Thursday, 25 April, 2024
होमदेशतीसरे फेज़ के वैक्सिनेशन की शुरूआत से, 18-44 आयु वर्ग के टीकाकरण में UP, राजस्थान, MP सबसे आगे

तीसरे फेज़ के वैक्सिनेशन की शुरूआत से, 18-44 आयु वर्ग के टीकाकरण में UP, राजस्थान, MP सबसे आगे

पूरे भारत में अब तक 21.83 करोड़ वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी है. इनमें से 18-44 आयु वर्ग के लोगों को 9.7 फीसदी डोज़ दी गई है.

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नई दिल्ली: सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि अब तक कुल 21.83 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज़ लोगों को दी जा चुकी है, जिनमें से 2.13 करोड़ (लगभग 9.7 प्रतिशत) लोग 18-44 आयु वर्ग में थे.

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 18-44 आयु वर्ग के लोगों को सबसे अधिक डोज़ देने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश (23,14,477 डोज़), राजस्थान (18,33,043) और मध्य प्रदेश (18,10,625) हैं.

बिहार, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल ने भी इस आयु वर्ग के लोगों को 10 लाख से ज्यादा डोज़ दी है.

आंकड़ों से पता चला है कि अकेले 1 जून को सभी वर्गों के 22,08,941 लाभार्थियों को वैक्सीन दी गई. इनमें से 18-44 आयु वर्ग के लोगों में से 9,50,401 लोगों ने अपनी पहली डोज़ प्राप्त की जबकि 15,467 ने दूसरी डोज़ ली.

आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि दी गई कुल डोज़ों में से 4.51 करोड़ दूसरी डोज़ थी, जो दी गई कुल डोज़ का लगभग 20.6 प्रतिशत है.

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18-44 वर्ष के लोगों के अलावा, कुल डोज़ में से लगभग 1.67 करोड़ डोज़ स्वास्थ्यकर्मियों को, 2.43 करोड़ फ्रंट लाइन वर्कर्स को, 7.8 करोड़ डोज़ 45 से 60 वर्ष की उम्र के बीच के लोगों को और 7.79 करोड़ डोज़ 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को दिए गए.

कैसे राज्यों की दूसरे डोज़ पर है निर्भरता

1 मई से, जब से 18-44 आयु वर्ग के लोगों के लिए राष्ट्रीय कोविड वैक्सीन कार्यक्रम का तीसरा चरण शुरू किया गया है तब से लेकर अब तक 2 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है. इनमें से 2,13,01,448 लोगों ने अपनी पहली डोज़ ली है और 39,282 लोगों ने अपनी दूसरी डोज़ प्राप्त की है.

वैक्सिनेशन की 29,896 दूसरी डोज़ के साथ, उत्तर प्रदेश का इस वर्ग में दिए गए कुल वैक्सीन में हिस्सा 76 प्रतिशत हिस्सा है. इसके बाद जम्मू-कश्मीर का स्थान आता है जहां 4,710 सेकंड डोज दिया गया है. 1088 सेकेंड डोज़ के साथ कर्नाटक का तीसरा स्थान है.

बाकी राज्यों में लोगों की दी जाने वाली दूसरी डोज़ की संख्या शून्य से लेकर 634 तक है.

तमिलनाडु, जहां वैक्सीन की 13,89,409 पहली डोज़ दी गई है, वहां पर भी कुल 563 दूसरी डोज़ दी जा सकी है. इसी तरह से दिल्ली में जहां कुल 10,71,776 लाख लोगों को पहली डोज़ दी गई है, वहां सिर्फ 634 लोगों को ही दूसरी डोज़ दी जा सकी है.

उत्तराखंड, जहां 2,75,622 लोगों को पहली डोज़ दी जा चुकी है, अभी तक किसी को भी दूसरी डोज़ नहीं दी गई है.

राज्य लगातार वैक्सीन की कमी की शिकायत रहे हैं और महाराष्ट्र, कर्नाटकदिल्ली जैसे कुछ राज्यों ने 18-44 आयु वर्ग के लिए अस्थायी रूप से वैक्सिनेशन को बंद कर दिया है. दूसरी डोज़ की संख्या को प्रभावित करने वाला एक और कारण दो डोज़ों के बीच समय का अंतर है.

कोवैक्सिन के लिए, लाभार्थियों को दूसरी डोज़ लेने से पहले चार से छह सप्ताह के बीच इंतजार करना होता है. जबकि, कोविशील्ड के लिए, एक विशेषज्ञ समिति की सिफारिश की मुताबिक लाभार्थियों को दूसरा शॉट 12 से 16 हफ्ते बाद लेना होगा.

(इस खबर को अग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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