प्रयागराज, सात नवंबर (भाषा) संगम की रेत पर लगने जा रहे महाकुम्भ मेले में जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी महेंद्रानंद गिरि की अगुवाई में कई दलित सन्यासियों का पट्टाभिषेक कर उन्हें महामंडलेश्वर, महंत और थानापति बनाया जाएगा।
स्वयं दलित समाज से आने वाले और जूनागढ़ के पीठाधीश्वर स्वामी महेंद्रानंद गिरि ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अभी तक उन्होंने 907 लोगों को सन्यास दीक्षा दिलाई है जिसमें 370 सन्यासी दलित समाज से हैं।
उन्होंने बताया कि प्रयागराज के महाकुम्भ मेले में दलित समाज से आने वाले कई सन्यासियों का पट्टाभिषेक कर उन्हें महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, महंत, पीठाधीश्वर, श्रीमहंत, थानापति और सचिव आदि पदों पर आसीन किया जाएगा।
स्वामी महेंद्रानंद गिरि ने बताया कि सनातन धर्म से वंचित लोगों को जोड़ा जा रहा है और उन्हें सनातन धर्म की शुचिता और आचार व्यवहार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उनके अनुसार, सनातन धर्म में इन लोगों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा रही है ताकि ये भटके हुए लोगों की सनातन धर्म में वापसी करा सकें।
उन्होंने बताया कि चार माह पूर्व प्रयागराज में यमुना तट पर स्थित मौजगिरि आश्रम में दलित संत कैलाशानंद को महामंडलेश्वर बनाया गया था।
अखाड़ा परिषद के महामंत्री और जूना अखाड़ा के संरक्षक महंत हरि गिरि के नेतृत्व में दलितों को सनातन धर्म से जोड़ने की जिम्मेदारी महेंद्रानंद गिरि को सौंपी गई है।
भाषा राजेंद्र मनीषा
मनीषा
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