नोएडा (उत्तर प्रदेश), आठ फरवरी (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने मंगलवार को कहा कि विधानसभा चुनाव में यह तय होगा कि उत्तर प्रदेश के लोग पिछले पांच वर्षों के ‘कुशासन’ को नकारना चाहते हैं या नहीं और ‘प्रतिगामी’ नीतियों के खिलाफ दिल्ली को संदेश देना चाहते हैं या नहीं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार की शुरूआत नोएडा से करते हुए लोकसभा सदस्य थरूर ने लोगों से ‘चुनावों को कमतर नहीं आंकने’ की अपील करते हुए कहा कि राज्य की सभी राजनीतिक गतिविधियों का पूरे देश पर व्यापक प्रभाव होता है।
शहर के लोगों के साथ बातचीत में थरूर ने कहा कि लोगों के पास सिर्फ एक वोट होता है, लेकिन संख्या बढ़ने पर इसका प्रभाव बड़ा होता है। वह नोएडा से पार्टी प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक के समर्थन में प्रचार कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मत देते समय सबसे पहले यह देखें कि आपके विधानसभा क्षेत्र में कौन आपकी आवाज बनने वाला है और शहर तथा शहरी क्षेत्र में कौन आपके हितों का ध्यान रखने वाला है। आपका वोट यह भी तय करेगा कि इस चुनावों के बाद उत्तर प्रदेश में कौन सरकार बनाएगा।
थरूर ने कहा कि तीसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि वोट दिल्ली की सत्ता में बैठे लोगों को संदेश भेजेगा, जो उत्तर प्रदेश में अपनी पूरी ताकत लगातार अपनी सबसे प्रतिगामी नीतियों पर आपकी स्वीकृति का ठप्पा चाहते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य है और यह तय है कि राज्य में होने वाले किसी भी बदलाव का पूरे देश पर असर होता है। उन्होंने कहा, अगर उत्तर प्रदेश अलग राष्ट्र होता तो मतदाताओं की संख्या के लिहाज से यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा लोकतंत्र होता।
थरूर ने कहा, ‘‘इसलिए यह तय करना है कि पिछले पांच साल में हमने जो राजनीति देखी है, जो ठगी, कट्टरता और साम्प्रदायिक पक्षपात को खुलकर सामने रखा जाना, क्या लोग इन्हें फिर से नयी जिंदगी देना चाहते हैं या उत्तर प्रदेश इस तरह की राजनीति को नकारने वाला है।’’
उन्होंने चुनावों को भाजपा नीत केन्द्र सरकार को संदेश देने का महत्वपूर्ण जरिया भी बताया। उन्होंने केन्द्र सरकार पर ‘प्रतिगामी नीतियां’ लागू करने और ‘भारत के मूल्यों तथा आत्मा’ को बदलने का आरोप लगाया।
भाषा अर्पणा उमा
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