अलीगढ़/ बदायूं, दो फरवरी (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को विपक्षी दलों खासतौर से समाजवादी पार्टी पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी के अपराधी या तो जेल में हैं या सपा के उम्मीदवार या फिर प्रदेश के बाहर हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावी दौरे पर बुधवार को निकले गृह मंत्री शाह ने पहले अलीगढ़ की अतरौली और फिर बदायूं की सहसवान विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं से संपर्क किया और चुनावी जनसभाओं को भी संबोधित किया। अलीगढ़ के अतरौली विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कल्याण सिंह के पौत्र, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और भाजपा उम्मीदवार संदीप सिंह के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने सपा प्रमुख पर कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का विरोध करने का आरोप लगाया। शाह ने कहा कि यादव ने कहा था कि खून की नदियां बहेंगी, लेकिन किसी में एक कंकड़ चलाने की भी हिम्मत नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि बहन जी और अखिलेश की सरकारें थीं तो गुंडे परेशान करते थे, लेकिन अब माफिया तीन जगह दिखाई पड़ता है- एक तो जेल में दिखाई पड़ता है, दूसरा उप्र के बाहर दिखाई पड़ता है और तीसरा माफिया ढूंढ़ना पड़ता है तो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों की सूची में देख लीजिएगा।
शाह ने मतदाताओं को आगाह किया कि अगर राज्य में माफियाओं का राज आया तो प्रधानमंत्री मोदी अलीगढ़ में जो ‘डिफेंस कॉरिडोर’ लेकर आए हैं, जिसमें करोड़ों का निवेश होना है, वहां कोई निवेश करने नहीं आएगा। गृह मंत्री ने कहा कि कहा कि 2014, 2017 और 2019 का चुनाव उप्र की किस्मत बदलने का चुनाव रहा है और सपा व बसपा की जातिवादी सरकारें कभी उप्र का भला नहीं कर पाएंगी।
बदायूं जिले के इस्लामनगर कस्बा (सहसवान विधानसभा क्षेत्र) में भाजपा उम्मीदवार डीके भारद्वाज के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने मतदाताओं को सावधान किया। उन्होंने कहा कि अगर अखिलेश यादव सत्ता में आएंगे तो ‘रेड लाइट’ और ‘ग्रीन लाइट’ की सरकार होगी क्योंकि विकास पर रेड लाइट (लाल बत्ती) और अपराधियों को ग्रीन लाइट (हरी झंडी) उनके शासन का एजेंडा है।
शाह ने तुलनात्मक आंकड़े के साथ योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में पिछले शासन की तुलना में डकैती 70 प्रतिशत, लूट 69 प्रतिशत, हत्या 29 प्रतिशत, अपहरण 35 प्रतिशत कम हुआ है। यह भी कहा कि उनके (अखिलेश की सरकार में) जमाने में हर जिले में एक बाहुबली और माफिया होता था, लेकिन अब बजरंगबली दिखाई देते हैं। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सपा शासन में उनके साथ आजम खान, अतीक अहमद, इमरान, मुख्तार अंसारी दिखते थे और अब तीन साल हो गए, ये नही दिख रहे है क्योंकि ये जेल में हैं। अतरौली में गृह मंत्री ने कल्याण सिंह के साथ अपने रिश्तों की याद करते हुए कहा,‘‘2013 में मुझे उप्र का प्रभारी बनाकर भेजा गया, तब लखनऊ, बनारस के अलावा कहीं गया नहीं था, ऐसे समय बाबूजी (कल्याण सिंह) ने पिता की तरह उंगली पकड़कर उत्तर प्रदेश की राजनीति का पाठ सिखाया और उन्हीं की नींव पर आज तीन सरकारें बनीं।’’ उन्होंने कल्याण सिंह के पौत्र को भारी बहुमत से चुनाव जिताने की अपील की।
भाषा आनन्द सं
अर्पणा संतोष
संतोष
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