मेरठ, 15 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पुलिस ने एक निजी विश्वविद्यालय में बिना इजाजत सार्वजनिक रूप से नमाज पढ़े जाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया है। एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के छात्र खालिद प्रधान उर्फ खालिद मेवाती की ओर से सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किए जाने के बाद यह घटना सुर्खियों में आई। वीडियो में छात्र विश्वविद्यालय परिसर में नमाज अदा करते दिखाई दे रहे हैं।
स्थानीय हिंदू समूहों ने इस घटना को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया है। वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले को लेकर खालिद प्रधान और तीन सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
गंगा नगर थाने के प्रभारी अनूप सिंह ने बताया कि कार्तिक हिंदू नामक व्यक्ति की शिकायत पर खालिद मेवाती के इंस्टाग्राम पेज खालिद प्रधान 302 के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
स्थानीय हिंदू समूह बड़ी संख्या में छात्रों के शामिल होने और होली के त्योहार के दौरान सोशल मीडिया पर जानबूझकर वीडियो को साझा किए जाने का हवाला देते हुए खालिद की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता सुनील शर्मा ने कहा कि आंतरिक जांच में पाया गया है कि प्रशासन की इजाजत के बिना परिसर में नमाज पढ़ने और इसका वीडियो वायरल करने का उद्देश्य विश्वविद्यालय में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना प्रतीत होता है।
शर्मा के मुताबिक, इस मामले में जांच समिति ने मुख्य आरोपी खालिद को उसका पक्ष रखने के लिए बुलाया था, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ, जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि तीन सुरक्षाकर्मियों को भी लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया है।
भाषा
सं. सलीम पारुल
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