अयोध्या: राम मंदिर में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने शुक्रवार को कहा कि उसने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर बब्बर खालसा इंटरनेशनल के नेता लखबीर सिंह लांडा और उसके सहयोगियों से जुड़े हुए हैं.
एटीएस ने संदिग्धों की पहचान शंकर लाल दुसाद, अजीत कुमार शर्मा और प्रदीप पुनिया के रूप में की है. इसमें कहा गया है कि तीनों — जो कथित तौर पर “जय श्री राम” लिखे झंडे के साथ स्कॉर्पियो में घूम रहे थे — को लांडा ने एक “घटना” को अंजाम देने के मकसद से अयोध्या के नक्शे भेजने का निर्देश दिया था.
एटीएस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है.
दुसाद और पुनिया राजस्थान के सीकर जिले के निवासी हैं, जबकि शर्मा उसी राज्य के झुनझुन के निवासी हैं.
एटीएस द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार, दुसाद के खिलाफ 2007 से 2014 के बीच सात एफआईआर दर्ज हैं. इनमें कथित तौर पर एक व्यक्ति पर हमला करने, गोलीबारी, शराब तस्करी, एक कांग्रेस नेता की हत्या और शस्त्र अधिनियम का मामला शामिल है.
एटीएस ने कहा, “बीकानेर जेल में कैद के दौरान दुसाद का संपर्क लखविंदर नामक एक अन्य कैदी से हुआ जिसने उसे अपने भतीजे पम्मा से मिलाया. पम्मा के साथ बातचीत के दौरान, पम्मा (अज्ञात अपराधी) ने उसे कनाडा स्थित सुखविंदर सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके का संपर्क बताया. दुनेके ने उसे यह भी बताया कि लॉरेंस बिश्नोई उनके गिरोह के कई लोगों की हत्याओं में शामिल था और दुसाद को मदद करनी चाहिए वे उसी का बदला लेने के लिए हैं.”
दुनेके की कथित तौर पर सितंबर 2023 में कनाडा में एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर दी गई थी.
एटीएस के मुताबिक, दुसाद ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि पन्नून के कहने पर लांडा ने तीनों को अयोध्या की रेकी करने, नक्शे भेजने और उसके निर्देशों का इंतज़ार करने को कहा था.
एटीएस ने उनसे पूछताछ के दौरान खुलासा करते हुए कहा, “उन्होंने उनसे कहा था कि उन्हें तदनुसार सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी और यही कारण है कि वे जय श्री राम के झंडे वाली कार में अयोध्या के आसपास घूम रहे थे ताकि किसी को उन पर शक न हो.”
एटीएस ने यह भी कहा कि उसने दुसाद के अलग-अलग नाम और फोटो वाले दो फर्जी आधार कार्ड, सीकर के एक निवासी के पते पर खरीदे गए सिम कार्ड और फरीदाबाद के एक निवासी के नाम पर रजिस्टर्ड स्कॉर्पियो (HR51BX3753) बरामद की है.
एजेंसी ने कहा कि गुरुवार को तीन संदिग्धों को हिरासत में लिए जाने के बाद, पन्नुन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक एकाउंट जिसे अब डिसेबल कर दिया गया के जरिए एक ऑडियो संदेश में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को ‘चेतावनी’ जारी की.
दिप्रिंट के पास मौजूद ऑडियो संदेश में पन्नून ने कथित तौर पर कहा: “आपकी पुलिस ने आज अयोध्या से खालिस्तान समर्थक दो युवाओं को गिरफ्तार किया है. उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है और उन पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए हैं. हिंदू आतंकवादी योगी (योगी आदित्यनाथ का ज़िक्र करते हुए), सिख फॉर जस्टिस आपको 22 जनवरी को जवाबदेह ठहराने जा रहा है. राम मंदिर समारोह आपको एसएफजे से बचाने वाला नहीं है. संदेश एसएफजे के जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नून का है.”
(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)
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