बहराइच/पीलीभीत (उप्र), 10 सितंबर (भाषा) नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शनों और अशांति के बाद उत्तर प्रदेश में भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीमावर्ती क्षेत्रों में हाई अलर्ट है और भारतीय क्षेत्र में अशांति फैलने से रोकने के लिये वरिष्ठ अधिकारी हालात पर नजर रख रहे हैं।
सीमावर्ती जिले बहराइच में नेपाल से सटी सीमा सील कर दी गयी है और एकीकृत चेक पोस्ट लाखों रुपये का माल ले जा रहे 225 से अधिक तेल टैंकरों और ट्रकों के लिए अस्थायी पार्किंग स्थल बन गया है। वाहनों की आवाजाही बंद होने के कारण नेपाली नागरिक अपने गंतव्यों तक पहुंचने के लिए पैदल ही सीमा पार कर रहे हैं।
देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अमित पाठक ने बुधवार को सुरक्षा का जायजा लेने के लिए रुपईडीहा सीमा का दौरा किया।
मंडलायुक्त सुशील ने कहा, ‘‘सीमा का निरीक्षण किया गया है और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के साथ पुलिस बल पूरी तरह सतर्क हैं। गश्त बढ़ा दी गई है।’’
आईजी पाठक ने कहा कि नेपाल से मिली खुफिया सूचनाओं के आधार पर व्यापक पुलिस व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘एसएसबी और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तीन दिनों से संयुक्त गश्त की जा रही है।’’
रुपईडीहा स्थित एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) के प्रभारी सुधीर शर्मा ने पुष्टि की कि अशांति से ठीक पहले नेपाल में प्रवेश करने वाले 310 भारतीय ट्रक और टैंकर सुरक्षित वापस बुला लिए गए हैं। उनमें से ज्यादातर वाहन इस वक्त आईसीपी पर खड़े हैं।
इस बीच, बस्ती के मंडलायुक्त अखिलेश कुमार सिंह और उप महानिरीक्षक संजीव त्यागी ने सिद्धार्थनगर जिले के ककरहवा और अलीगढ़वा सीमा चौकियों पर सुरक्षा का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने सुरक्षा एजेंसियों को चौबीसों घंटे सतर्कता बरतने, गश्त तेज करने और संदिग्ध व्यक्तियों की कड़ी जांच करने के निर्देश दिए।
नेपाल से सटे एक अन्य जिले महराजगंज में एसएसबी ने सोनौली सीमा पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। एहतियात के तौर पर नेपाल जाने वाले सभी निजी और व्यावसायिक वाहनों को रोकने के लिए अवरोधक लगा दिए गए हैं।
एसएसबी के एक अधिकारी ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें वापस लौटाया जा रहा है और हर व्यक्ति और वाहन की गहनता से जांच की जा रही है।
पीलीभीत से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल में सार्वजनिक और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने की खबरों के बाद भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने पुष्टि की कि प्रशासन लगातार सतर्कता बरत रहा है और जिले की सीमा पर स्थिति सामान्य बनी हुई है। प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की एक अतिरिक्त टुकड़ी तैनात की गई है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि स्थानीय पुलिस और एसएसबी दोनों ने पैदल गश्त और संयुक्त निरीक्षण बढ़ा दिया है। अधिकारियों ने जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना देने की अपील की है।
उन्होंने यह भी कहा कि नेपाल में स्थिति सामान्य होने तक कड़ी निगरानी जारी रहेगी।
लखीमपुर खीरी में गौरीफंटा स्थित भारत-नेपाल सीमा मंगलवार देर शाम सील कर दी गई।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के साथ सीमा का दौरा करने वाली जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल ने पुष्टि की कि 343 नेपालियों को नेपाल लौटने की अनुमति दी गई जबकि नेपाल में फंसे 177 भारतीयों को मंगलवार को भारत में प्रवेश की अनुमति दी गई।
उन्होंने बताया कि नेपाल में फंसे भारतीयों की सहायता के लिए जिला मुख्यालय में चौबीसों घंटे काम करने वाली एक हेल्पलाइन भी स्थापित की गई है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तनावपूर्ण स्थिति के कारण सीमा पर सभी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। पाबंदियों के कारण सीमा के पास के स्थानीय बाजारों में व्यावसायिक गतिविधियां भी ठप हो गई हैं।
भाषा सं. सलीम सुरभि
सुरभि
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