नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता और उसके परिवार द्वारा सुरक्षा की मांग को लेकर लिखे गए पत्र को लेकर न्यायालय की रजिस्ट्री से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है. उच्च न्यायालय (हाईकोर्ट) ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की चाची के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए उसके चाचा को बुधवार को 12 घंटे की पैरोल दी है. पुलिस रायबरेली जेल से उनके चाचा को लेकर सीधे शुक्लागंज के गंगाघाट पहुंच रही है. अंतिम संस्कार के बाद चाचा को फिर रायबरेली जेल भेज दिया जाएगा.
सुप्रीम कोर्ट ने सेक्रेटरी जनरल से सफाई देने को कहा कि उन्नाव रेप पीड़ित परिवार की तरफ से (12 जुलाई) लिखा गया पत्र उनके सामने पेश क्यों नहीं किया गया. सुप्रीम कोर्ट ने रेप पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट भी तलब की है. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) कल उन्नाव केस की सुनवाई करेंगे.
Supreme Court asks the Secretary General to explain why the letter (dated July 12) sent by the Unnao rape victim was not placed before the court. Medical report of the victim was also sought. Chief Justice of India (CJI) was to hear the Unnao case tomorrow. pic.twitter.com/gj3k5oTglK
— ANI (@ANI) July 31, 2019
जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया, ‘दुष्कर्म पीड़िता के चाचा को हाईकोर्ट से एक दिन के पैरोल की स्वीकृति मिली है. पीड़िता के चाचा अंतिम संस्कार के लिए घाट पर पहुंचेंगे. वे बुधवार सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक पैरोल पर रहेंगे. उधर पीड़िता की चाची का शव भी उन्नाव के माखी गांव पहुंच गया है. जिला प्रशासन ने पीड़िता के घर की सुरक्षा बढ़ा दी है. जिला प्रशासन ने रास्ते के साथ ही घाट पर भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं.’
उच्च न्यायालय के आदेश की प्रति मिलते ही पुलिस ने मंगलवार देर शाम बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींचा. गांव के साथ गंगाघाट तक पुलिस का पहरा रहेगा.
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ज्ञात हो कि पीड़िता के चाचा को पैरोल न मिलने से उसकी चाची के शव का अंतिम संस्कार मंगलवार को भी नहीं हो पाया. किशोरी की चाची और मौसी की रविवार को रायबरेली जिले में सड़क हादसे में मौत हो गई थी. पुलिस ने जद्दोजहद के बाद दोनों शवों का लखनऊ में पोस्टमार्टम तो करा दिया, लेकिन अंतिम संस्कार करने के लिए घर में किसी पुरुष के न होने से रायबरेली जेल में बंद पीड़िता की चाची के पति (किशोरी के चाचा) ने जिलाधिकारी से पैरोल मांगी थी. वहीं, मौसी का शव बाराबंकी स्थित उनके घर पर भेजा जाएगा.
उन्नाव के माखी गांव में दुष्कर्म पीड़िता की चाची के अंतिम संस्कार होने को लेकर गांव में पुलिस की सुरक्षा और बढ़ा दी गई. सोमवार को तीन थानों की पुलिस के साथ पीएसी को तैनात किया गया था पर मंगलवार को सफीपुर, आसीवन, फतेहपुर चौरासी, बांगरमऊ, अजगैन और अचलगंज आदि थानों की पुलिस माखी पहुंच चुकी थी. पीड़िता के घर के बाहर पुलिस तैनात करने के साथ गांव भर में पुलिस गश्त भी कर रही है.
गौरतलब है कि उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता अपने परिजनों समेत रविवार को रायबरेली में हादसे का शिकार हो गई थी. कार और ट्रक की टक्कर में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई, जबकि हादसे में वकील महेंद्र सिंह चौहान और दुष्कर्म पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गए थे. पीड़िता का इलाज केजीएमयू में चल रहा है. जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं, वकील महेन्द्र सिंह की हालत पहले से कुछ बेहतर बताई जा रही है.