नई दिल्ली: एम्स के जयप्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में बुधवार को उन्नाव दुष्कर्म मामले में पीड़िता के बयान दर्ज किया जा रहा है.अस्पताल में पीड़िता के कमरे में अदालत लगाई गई है. अस्पताल में लगी अदालत में उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता का बयान दर्ज करने के लिए एम्स में बनी अस्थाई अदालत में न्यायाधीश पहुंच चुके हैं. इस अदालत में आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर को भी लाया गया है.
बीते शुक्रवार को उच्च न्यायालय ने एम्स के ट्रॉमा सेंटर में जाकर पीड़िता का बयान दर्ज करने को मंजूरी दी थी. वर्तमान में 2017 के दुष्कर्म की पीड़िता और उसके वकील का एम्स में इलाज चल रहा है.
न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की अध्यक्षता वाली पीठ ने दिल्ली उच्च न्यायालय को कहा कि वह पीड़िता के बयान दर्ज करने के लिए अस्पताल में एक विशेष अदालत आयोजित करने के निचली अदालत के न्यायाधीश की याचिका पर जल्द से जल्द निर्णय लेने की बात कही थी.
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के सड़क दुर्घटना मामले की जांच पूरी करने के लिए अतिरिक्त दो सप्ताह का समय दिया था.
Trial court Judge arrives at AIIMS Trauma centre where a temporary court has been set up to record #Unnao rape survivor's statement. https://t.co/R5QToDdIK8
— ANI (@ANI) September 11, 2019
पीठ ने यह भी कहा कि निचली अदालत के न्यायाधीश मुकदमे की सुनवाई पूरी करने की अवधि बढ़ाने के लिए शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं, क्योंकि निचली को 45 दिनों से आगे तक सुनवाई जारी रखने पर कोई रोक नहीं है.
सुप्रीम कोर्ट ने एक अगस्त को उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता से जुड़े सभी पांच मामलों को दिल्ली हस्तांतरित कर दिया था. सुनवाई के लिए एक विशेष न्यायाधीश की नियुक्ति की गई थी, जो प्रतिदिन मामले की सुनवाई कर रहे हैं. शीर्ष न्यायालय ने यह भी आदेश दिया था कि 45 दिनों के भीतर सुनवाई पूरी हो जानी चाहिए.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के सहयोगियों की ओर से मिल रही धमकी को लेकर पीड़िता के परिजनों द्वारा लिखे गए एक पत्र का अदालत ने स्वत: संज्ञान लिया था.
28 जुलाई को दुष्कर्म पीड़िता की कार को ट्रक ने टक्कर मार दी थी. इस दुर्घटना में उसके दो रिश्तेदारों की मौत हो गई थी, वहीं पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे.